-मृत्यु दर ५० फीसदी से ज्यादा… नागपुर में पाया गया वायरस
सामना संवाददाता / मुंबई
मार्च के पहले सप्ताह में नागपुर में एक क्षेत्रीय हैचरी में मृत मुर्गियों में बर्ड फ्लू वायरस एच५एन१ पाया गया था। ऐसे में अब अप्रैल के पहले हफ्ते में उसी बर्ड फ्लू के खतरे को दुनियाभर के विशेषज्ञों ने उजागर किया है। यूके स्थित टैब्लॉयड डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, बर्ड फ्लू में कोविड-१९ महामारी से १०० गुना बदतर स्थिति पैदा करने और मृत्यु दर बढ़ाने की क्षमता हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस छलांग मार रहा है। ऐसे में यदि यह फैलता है तो बहुत ही भयानक स्थिति पैदा हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि विशेषज्ञों के हवाले से रिपोर्ट में नई महामारी के खतरे को लेकर चिंता जताई गई है। शोधकर्ताओं ने तेजी से फैलने की क्षमता रखने वाले बर्ड फ्लू के एच५एन१ स्ट्रेन पर चर्चा की। इसमें बताया गया है कि इस वायरस में वैश्विक महामारी पैदा करने की क्षमता है। पिट्सबर्ग के एक प्रमुख बर्ड फ्लू शोधकर्ता डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने ब्रीफिंग के दौरान कहा कि यह वायरस इंसानों के साथ ही स्तनधारी प्राणियों में भी पैâल सकता है। इसी क्षमता के कारण एच५एन१ फ्लू महामारी बन सकता है। यह किसी नए वायरस की चर्चा नहीं है, यह वायरस पहले से मौजूद है और तेजी से पैâल रहा है। हमें उससे लड़ने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। एक फार्मास्युटिकल कंपनी के सलाहकार जॉन फुल्टन ने कहा कि संभावित एच५एन१ महामारी बहुत गंभीर हो सकती है, जो कोविड-१९ महामारी से कहीं अधिक घातक हो सकती है। यह कोविड से १०० गुना ज्यादा घातक है। ऐसे में यदि आनेवाले वर्षों में इस बीमारी से मृत्यु दर ऊंची बनी रही और इसका संचरण मनुष्यों में दिखाई देने लगा, तो यह एक गंभीर स्थिति बन सकती है।
बर्ड फ्लू से हुई मौतें
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि साल २००३ के बाद से एच५एन१ वायरस से संक्रमित प्रत्येक १०० रोगियों में से ५२ की मृत्यु हो गई है। इससे पता चलता है कि इस वायरस से होनेवाली मृत्यु दर ५० फीसदी से भी ज्यादा है। इस बीच वर्तमान कोविड मृत्यु दर ०.१ प्रतिशत है, जो महामारी के पहले चरण से २० प्रतिशत कम है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक,बर्ड फ्लू के कुल ८८७ मामलों में से अब तक ४६२ लोगों की मौत हो चुकी है।
स्तनपायी प्राणियों से इंसान में संक्रमण फैलने का सामने आया मामला
इस बीच वर्तमान रिपोर्ट भी मिशिगन में पोल्ट्री व्यवसायों और टेक्सास में अंडा उत्पादक मुर्गियों में एवियन फ्लू के प्रकोप की सूचना मिलने के मामले सामने आए हैं। इसके अलावा डेयरी गायों में भी बर्ड फ्लू संक्रमण की खबरें आई हैं। किसी स्तनपायी से इंसान में इस वायरस के फैलने का पहला मामला भी हाल ही में सामने आया था।