मुख्यपृष्ठनए समाचार१५ मई से पहले १०वीं-१२वीं का रिजल्ट! ...स्कूल में ही शिक्षक करेंगे...

१५ मई से पहले १०वीं-१२वीं का रिजल्ट! …स्कूल में ही शिक्षक करेंगे उत्तर पुस्तिकाओं की जांच

जली उत्तरपुस्तिकाओं वाले १७५ छात्रों को मिलेंगे औसत अंक

सामना संवाददाता / मुंबई
१०वीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा ११ फरवरी और १०वीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा २१ फरवरी से शुरू हुई है। परीक्षा सामान्य से १० दिन पहले शुरू होने से रिजल्ट भी १५ मई से पहले घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, मुंबई, कोल्हापुर, अमरावती, नाशिक, लातूर और कोकण जैसे विभागीय मंडलों द्वारा जांची गई उत्तर पुस्तिकाओं की बोर्ड के अधिकारी रोजाना समीक्षा कर रहे हैं। इसके साथ ही बताया गया है कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच स्कूल में ही करने के लिए शिक्षकों को अनिवार्य किया गया है। इसी के साथ ही जली उत्तरपुस्तिकाओं वाले १७५ छात्रों को औसत अंक मिलेंगे।
१०वीं-१२वीं के छात्रों की परीक्षा नकल मुक्त कराने के लिए इस साल महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों के साथ-साथ पर्यवेक्षकों के लिए भी कई पद्धति अपनाई थीं, लेकिन इसका ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा। इस परीक्षा में उड़नदस्तों ने ९ विभागीय मंडलों के अंतर्गत २०० से अधिक छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की है। अभी १२वीं के छात्रों का सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विषय का पेपर बाकी है, जबकि १०वीं के छात्रों के भी दो पेपर शेष हैं। दोनों कक्षाओं की १७ मार्च को परीक्षा समाप्त होगी।
हर रोज शिक्षकों को जांचनी होंगी ३५ उत्तर पुस्तिकाएं
बोर्ड की ओर से कहा गया है कि जिन विषयों के पेपर हो चुके हैं, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच समय पर हो, इसके लिए रोजाना स्कूल के समय में विषय शिक्षक को कम से कम ३५ उत्तर पुस्तिकाएं जांचनी होंगी। दूसरी ओर बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उत्तर पुस्तिका की जांच करने का शिक्षक संगठनों ने इस बार बहिष्कार नहीं किया है। इस वजह से १०वीं-१२वीं के छात्रों का परिणाम १५ मई से पहले ही घोषित हो जाएगा।

छात्रों की संख्या और उत्तर पुस्तिकाओं की जांच
१०वीं कक्षा के परीक्षार्थी – १६ लाख
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच – ४४ प्रतिशत
१२वीं कक्षा के परीक्षार्थी – १५ लाख
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच – ३९ प्रतिशत

विरार में एक शिक्षिका के घर में आग लगने से जल गई थीं कॉपियां
विरार-पश्चिम क्षेत्र में एक शिक्षिका के घर में लगी आग से १२वीं कक्षा के कॉमर्स संकाय के १७५ छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं जलकर खाक हो गई हैं। ये ओसी विषय की उत्तर पुस्तिकाएं थीं। बोर्ड के नियमों के अनुसार, उत्तर पुस्तिकाएं जलने वाले छात्रों को अन्य विषयों में प्राप्त अंकों के औसत के आधार पर उस विषय में अंक दिए जाएंगे। उत्तर पुस्तिकाओं की जांच स्कूल के समय में स्कूल में ही करने का नियम है, लेकिन इसका पालन नहीं होता, यह वास्तविकता है। जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो उस स्कूल के प्रधानाध्यापक के साथ-साथ संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

अन्य समाचार