– केंद्रीय एजेंसियां पीलीभीत में खालिस्तानी घुसपैठ को लेकर हुईं सक्रिय
– स्थानीयों का आतंकी कनेक्शन और शरण देने वाले के खिलाफ धरपकड़ शुरू
रमेश ठाकुर/नई दिल्ली
खालिस्तानी कनेक्शन को खंगालने के लिए एनआईए की टीम दिल्ली से पीलीभीत पहुंच गई है। उनकी दर्जनों टीमें मुठभेड़ के निशानों को खोजने में लग गई हैं। आतंकियों के पनाहगार और उनकी फंडिंग कहां-कहां हो रही थी। सभी की पड़ताल में एनआईए जुट गई है। खालिस्तानी आतंकी पीलीभीत को अपना पनहगार बना रहे हैं, इस बात की भनक आईबी व तमाम खुफिया एजेंसियों को पहले से थी। सूचनाएं थी कि ‘खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स’ से जुड़े आतंकी पीलीभीत के गुरूदारों, होटलों, बैंक्कट हॉल और जंगल किनारे फार्म हाउसों में पनाह लेते हैं। इसके लिए स्थानीय लोग उनकी पैसा लेकर मदद करते हैं।
बता दें, खुफिया विभाग के पास ऐसी पुख्ता जानकारियां हैं जो बताती हैं कि पीलीभीत में खालिस्तानियों की घुसपैठ के कनेक्शन किन-किन लोगों से जुड़े हैं। हांलाकि पुलिस एक-एक करके सभी का पर्दाफाश करने में लगी है। मारे गए तीनों आतंकी पूरनपुर के जिस होटल में रूके थे, उनकी मदद किन लोगों ने की, उन्हें डिटेन किया जा चुका है। एनआईए, पुलिस और एसटीएफ की टीमों ने एक गुरूद्वारे के ग्रन्थी, बैंक्कट हॉल मालिक व अन्य मददगारों को पूछताछ के लिए कैप्चर किया है। एनआईए के सूत्रों से पता चला है कि आने वाले दिनों में पीलीभीत में आतंकी कनेक्शनों की पड़ताल के लिए अभियान और तेज किया जाएगा। आतंकियों द्वारा फंडिंग कहां-कहां होती है इसकी तस्दीक में जुटी है।
– पंजाब के सांसद ने की थी एनआईए से जांच की मांग
पंजाब के गुरदासपुर जिले से सांसद सुखजिंदर रंधावा ने पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ग्रेनेड हमले की जांच NIA से कराने की मांग की थी। इसी बीच पीलीभीत में यह ऑपरेशन हुआ, जिसमें ‘खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स’ के तीन आतंकियों का खात्मा हुआ। उनकी मांग थी आतंकी पीलीभीत को चुन रहे हैं।