सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा रेस कोर्स पर बिना किसी निर्माण के आधुनिक सुविधाओं से युक्त अत्याधुनिक सेंट्रल पार्क बनाने जा रही है। रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब से मनपा द्वारा १२० एकड़ जमीन अधिगृहित कर ली गई है। इसके साथ ही अब सेंट्रल पार्क के प्रारूप को तैयार किया जा रहा है। इसमें १२० एकड़ का रेस कोर्स और लगभग १८० एकड़ भूखंड को मिलाकर ३०० एकड़ क्षेत्र पर हरियाली समेत चलने और बैठने के लिए स्थान आदि सुविधाएं तैयार की जाएंगी। रेसकोर्स पर किसी तरह का निर्माण नहीं होना चाहिए। इस तरह की स्पष्ट भूमिका अख्तियार करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने फॉलोअप किया, जिसमें उन्हें सफलता मिली है।
आदित्य ठाकरे के फॉलोअप के कारण रेस कोर्स क्लब से १२० एकड़ भूमि मनपा के कब्जे में आ गई है। महालक्ष्मी रेसकोर्स का करीब २२६ एकड़ भूखंड अधिक एफएसआई देकर बिल्डर दोस्त की झोली में डालने की साजिश असंवैधानिक मुख्यमंत्री की तरफ से चल रही है। इस मामले को सार्वजनिक करते हुए आदित्य ठाकरे ने हाल ही में घोटाले का पदार्फाश किया था। मुंबईकरों को विश्वास में लिए बिना मनपा आयुक्त से मिलीभगत करके और रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब के कुछ सदस्यों को धमकाकर, दबाव बनाकर महालक्ष्मी रेसकोर्स स्थित मुंबईकरों के हक के सैकड़ों एकड़ भूखंड को मित्र बिल्डर-ठेकेदार की झोली में डालने के लिए सरकार का यह घोटाला शुरू है। इस तरह का पदार्फाश करते हुए आदित्य ठाकरे ने सरकार को हिला दिया था। ऐसे में अब मनपा प्रशासन के माध्यम से मुंबई सेंट्रल पार्क तैयार किए जाने की घोषणा की गई है।
रेलवे का तो पता नहीं लेकिन रेल मंत्री के पास जरूर ‘सुरक्षा कवच’ है
कल मंगलवार सुबह झारखंड में हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस के १८ डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और २० से अधिक घायल हो गए। इस महीने में यह दूसरा रेल हादसा है। पिछले कुछ महीनों से ट्रेन हादसों का सिलसिला थम नहीं रहा है। इसे लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने रेल मंत्री और भाजपा को फटकार लगाई है। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपने आधिकारिक पोस्ट के जरिए कहा है कि रेलवे का तो नहीं पता, लेकिन रेल मंत्री के पास निश्चित रूप से ‘सुरक्षा कवच’ है। उनके कार्यकाल में दुर्घटनाओं की शृंखला थम नहीं रही है। इसके बावजूद उन्हें पद से हटाया नहीं जा रहा है। हर हफ्ते कोई न कोई दुर्घटना हो रही है और उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके विपरीत उन मंत्री को महाराष्ट्र के चुनाव का भाजपा प्रभारी बनाया जाता है। क्या यही कारण है कि वे अपने मंत्रालय पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं? इस तरह का सवाल भी आदित्य ठाकरे ने किया है।