मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
बुंदेलखंड में गर्मी का कहर बढ़ता ही जा रहा है। लू और बुखार की चपेट में आने से 14 लोगों की मौत हो गई। महोबा जिले में गुरुवार को लू व बुखार की चपेट में आने से मासूम समेत 14 लोगों की मौत हो गई। तीन दिन के अंदर गर्मी से 28 लोगों की जान चुकी है। वहीं 14 मरीजों की हालत गंभीर होने पर उनका जिला अस्पताल के वॉर्डों में चल रहा है। डॉक्टर दोपहर के समय घर से बाहर न निकलने और अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दे रहे हैं। थाना श्रीनगर के पिपरामाफ निवासी अनंता विश्वकर्मा (25) गुरुवार की जानवरों को पानी पिलाने पशुबाड़े गया था। पानी पिलाते समय वह अचानक गश खाकर गिर गया।
जब परिजन पशुबाड़े पहुंचे तो अचेत अवस्था में उसे अस्पताल लाए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। थाना महोबकंठ के बम्हौरी कुर्मिन निवासी शिवदयाल अहिरवार (68) जानवर चराने खेत गया था। वहां लू लगने से खेत पर अचेत होकर गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। इसी गांव के संतू अहिरवार की पत्नी प्रेमा अहिरवार (68) शौचक्रिया के लिए खेत गई थी। वापस लौटने पर उसकी हालत बिगड़ गई और मौत हो गई। कस्बा बेलाताल निवासी हबीब अहमद (60) को लू लगने पर जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। थाना खरेला के कुड़ार निवासी गुलाब (50) खेत पर काम कर रहा था। तभी लू लगने से उसकी हालत बिगड़ गई।
अस्पताल लाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। थाना खन्ना के तमौरा निवासी आशाराम (70) बकरियां चराने खेत गया था। लू लगने से उसकी हालत बिगड़ गई। जिला अस्पताल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। शाहपहाड़ी निवासी खुम्मी (65), जंटपुरा पनवाड़ी निवासी परमलाल (45) व चिचारा निवासी प्रेमा (55) की भी लू लगने से मौत हो गई। जनपद छतरपुर के कैथोकर निवासी लच्छी (70) को लू लगने पर परिजन अस्पताल लाए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। थाना खन्ना के बरभौली निवासी लालाभाई (54) खेत से बकरियां चराकर घर लौटा। हालत बिगड़ने पर परिजन जिला अस्पताल बांदा ले गए।
जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।थाना खरेला के टिकरी निवासी मलखान (70) को बुखार आने पर परिजन अस्पताल लाए। उपचार दौरान उसकी मौत हो गई। करहरा निवासी विनोद के दो माह के बेटे निखिल को दो दिन से बुखार आ रहा था। तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लाए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। थाना कबरई के गंज निवासी बरदानी की आठ माह की बेटी मोहिनी की अचानक हालत बिगड़ गई। जिला अस्पताल लाते समय उसकी मौत हो गई। घटनाओं से परिजनों में कोहराम मचा है।
इस संदर्भ नाम न छापने की शर्त पर विभाग से जुड़े व्यक्ति ने बताया कि यूपी में फिलहाल हीट वेव से कोई भी मृत्यु आधिकारिक आंकड़ों में नहीं रिपोर्ट की गई है। शासन के अनुसार अलर्ट से ही सब कुछ पटरी पर आ गया है। महोबा में एक, चित्रकूट में 1 और बांदा में 2 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, जिनका पोस्ट मार्टम प्रचलित है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। हीट वेव राज्य सरकार द्वारा दैवीय आपदा घोषित है। मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है, लेकिन मृतकों के परिजनों को मुआवजा का इंतजार है तो सरकारी कर्मियों में इन मौतों के अन्य कारण की तलाश है।