राधेश्याम सिंह / पालघर
प्रेम प्रसंग के चलते नेपाल की एक महिला की हत्या कर शव को बोरे में भरकर जव्हार-नासिक रोड पर वाघ नदी में फेंकने की घटना प्रकाश में आई है। मोखाडा पुलिस ने शव से भरे बोरे पर मिले एसएम 28 अक्षर के आधार पर महिला के प्रेमी और दो अन्य साथियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
नेपाल की रहने वाली मृतक महिला और (24) वर्षीय आरोपी पिछले कुछ सालों से रिलेशनशिप में थे।मृतक आरोपी प्रेमी से शादी करने की जिद कर रही थी,इसलिए आरोपी उससे छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या करने की योजना बनाई। आरोपी के पिता का दोस्त सिलवासा में रहने वाले (50) वर्षीय और (34) वर्षीय आरोपी की मदद से उसकी हत्या करने का फैसला किया।
इसके लिए आरोपी मृतक को नेपाल से सिलवासा लेकर आया। इसके बाद सिलवासा से वह 34 वर्षीय आरोपी की कार में उसे नासिक क्षेत्र के दहानू और त्र्यंबकेश्वर के महालक्ष्मी मंदिर ले गया।नासिक से लौटते समय मोखाडा के जंगल में कपड़े से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी गई और 50 वर्षीय आरोपी द्वारा लाए गए बोरे में भरकर सबूत मिटाने की नीयत से 1अप्रैल की सुबह नासिक जव्हार रोड पर घाटकरपाड़ा गांव की सीमा में बाघ नदी के पानी में फेंक दिया गया।
पुलिस को बोरे में शव मिलने के कुछ ही घंटों के भीतर मोखाडा पुलिस ने अज्ञात महिला की हत्या की जांच शुरू कर दी। शव से भरे बोरे पर एसएम 28 लिखा था और बोरे में कुछ मटर बटाना था। घटना वाले इलाके में रात के समय नासिक से सब्जियां लाई जाती है ,इसलिए पुलिस ने नासिक क्षेत्र में जांच शुरू किया ।
इस दौरान पता चला कि एसएम 28 मटर मध्य प्रदेश और शिमला (हिमाचल प्रदेश) से महाराष्ट्र आ रही थी और ये बोरे शिमला के व्यापारियों द्वारा भेजे गए थे। शिमला में आगे की जांच करने पर पता चला कि मटर की 28 बोरियां वापी के थोक सब्जी व्यापारियों को भेजी गई थीं। वापी के थोक व्यापारियों से पूछताछ करने पर पता चला कि मटर की बोरियां छह से सात व्यापारियों को दी गई थीं। इन व्यापारियों से पूछताछ और तकनीकी जानकारी के आधार पर वापी इलाके में तलाशी वारंट जारी किया गया।वापी और सेलवासा इलाकों में जारी सर्च वारंट से मुखबिर से पता चला कि मृतक महिला अपराध से तीन दिन पहले महालक्ष्मी मंदिर कासा में आई थी। इसके जरिए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पर 3 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच मोखाडा पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक प्रेमनाथ ढोले और स्थानीय अपराध शाखा द्वारा की जा रही है। इन आरोपियों को 11 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में रखा गया है।
जव्हार नासिक रोड पर सीसीटीवी निगरानी :
जव्हार नासिक मार्ग के इलाके में कई जगहें जंगल का हिस्सा होने के कारण इस इलाके में पहले भी कई बार अपराध हो चुके हैं। आरोपी अक्सर शवों को छिपाने के लिए ऐसी जगहों का इस्तेमाल करते हैं। इन सड़कों पर कई जगहों पर छिपे हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और इस इलाके में होने वाले सभी अपराधों को सुलझा लिया गया है,इस तरह की जानकारी पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटील ने दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में नाकाबंदी, चेकिंग और गश्त की जा रही है।