– पंजाब और पीलीभीत पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में खालिस्तानी आतंकियों का हुआ एनकाउंटर
– थाना पूरनपुर क्षेत्र में हुई मुठभेड़
रमेश ठाकुर/नई दिल्ली
कनाडा के बाद उत्तर प्रदेश का पीलीभीत जिला खालिस्तानी आतंकियों की सबसे महफूज जगह बन गया है। आतंकी इसी जिले में आकर पनाह लेने लगे हैं। इसी कड़ी में रविवार बीती रात स्थानीय पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तहसील पूरनपुर क्षेत्र में तीन खालिस्तानी आतंकवादियों को ढेर किया। ये कार्रवाई पंजाब और पीलीभीत पुलिस ने संयुक्त रूप से की है। दिल्ली से प्राप्त आईबी इनपुट और पंजाब से पहुंचे खालिस्तान आतंकियों की सूचना पर थाना पूरनपुर की पुलिस और पंजाब से लोकेशन पर पहुंची पुलिस ने आतंकियों की घेराबंदी की गई,फिर दोनों ओर से मुठभेड़ हुई। सूचना ऐसी है कि पुलिस की गाड़ी पर आतंकियों ने पहले एके-47 से हमला करना शुरू किया। बाद में दोनों तरह से भीषण गोलीबारी हुई।
बता दें कि मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे रविवार देर रात्र में ही थाना पूरनपुर पहुंचे और मोर्चा संभाला। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान पुलिस टीम का उन्होंने नेतृत्व किया जिसमें पूरनपुर एसएचओ नरेश त्यागी भी शामिल रहे। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गुरदासपुर के तीन खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर किया गया। पूरनपुर में खालिस्तानी आतंकियों के होने की सूचना के बाद तीन थानों की पुलिस नाकाबंदी में लगाई गई थी, इसके बाद हरदोई ब्रांच नहर पटरी पर खालिस्तानी आतंकियों को घेरा गया, जहां मुठभेड़ में पुलिस की गाड़ी पर एक-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गई। थाना पूरनपुर और माधोटांडा के साथ गजरौला पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोलियां दागी, करीब आधे घंटे की मुठभेड़ में पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए। घटना में घायल आतंकियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरनपुर में भर्ती कराया गया, जहां तीनों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। खालिस्तानी आतंकियों की पहचान वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि, गुरविंदर सिंह और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है। तीनों आतंकी पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे और हाल ही में वो पुलिस चौकी बक्शीवाल पर ग्रेनेड फेंकने में शामिल थे। घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए, जिनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।