मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के उम्मीदवारों को लेकर इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) की ओर से आंकड़े जारी किए गए हैं। एडीआर रिपोर्ट से अनुसार यूपी के पहले चरण के 35 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं, यानी पहले चरण के कुल 80 उम्मीदवारों में से 28 दागी उम्मीदवार हैं। सबसे ज्यादा मामले भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ दर्ज हैं।
चंद्रशेखर आजाद के बाद सबसे ज्यादा आपराधिक मुकदमें सहारनपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान मसूद के खिलाफ दर्ज हैं। इनके खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं। जबकि तीसरे नंबर पर रामपुर सीट से डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार अरशद वारसी हैं, जिनके खिलाफ कुल छह मामले दर्ज हैं। एडीआर द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार 23 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। बीएसपी के पांच (63 फीसदी), सपा के तीन (43 फीसदी) और बीजेपी के तीन (43 फीसदी) उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।
जय समता पार्टी के दो में दो उम्मीदवार, आजाद समाज पार्टी के एक में से एक उम्मीदवार, रालोद के एक में से एक उम्मीदवार, कांग्रेस के एक में से एक उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। अगर गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो बीएसपी के 50 फीसदी, सपा के 29 फीसदी, बीजेपी के 14 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि गंभीर आपराधिक मामले वाले उम्मीदवारों की लिस्ट में जय समाज पार्टी, आजाद समाज पार्टी, आरएलडी और कांग्रेस के सभी उम्मीदवार शामिल हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार यूपी के 80 उम्मीदवारों में से 34 उम्मीदवार करोड़पति हैं। बीजेपी के सभी सात उम्मीदवार, बीएसपी के आठ में से सात उम्मीदवार और सपा के सात में से पांच उम्मीदवार करोड़पति हैं। जबकि कांग्रेस का एक मात्र उम्मीदवार भी करोड़पति की सूची में है। बीएसपी उम्मीदवारों के औसत संपत्ति की बात करें तो यह लगभग 13.19 करोड़ रुपए है।”