मुख्यपृष्ठनए समाचारदक्षिण कोरिया में ३,६०० की हुई अकेलेपन से मौत!

दक्षिण कोरिया में ३,६०० की हुई अकेलेपन से मौत!

दक्षिण कोरिया को लेकर हैरान करने वाली खबर सामने आई है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पिछले साल ३,६०० से अधिक लोगों की मौत अकेलेपन के कारण हुई। इनमें से अधिकांश मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध पुरुष थे। स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय के आंकड़े बताते है कि २०२३ में अकेलेपन से होने वाली मौतों की संख्या ३,६६१ हो गई, जो पिछले वर्ष ३,५५९ थी।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि पिछले वर्ष दक्षिण कोरिया में हर १०० मौतों में से १.०४ मौतें अकेलेपन के कारण हुई। कोरियाई भाषा में कोडोस्का (अकेलेपन से मौत) वो स्थिति होती है, जब कोई इंसान अकेलेपन की वजह से मौत को गले लगा लेता है। वह शख्स सामाजिक तौर पर लोगों से कट जाता है या फिर उम्र संबंधित बीमारी का शिकार हो आत्महत्या कर लेता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के कल्याण अधिकारी नोह जंग-हून ने कहा, `ऐसा लगता है कि २० और ३० की उम्र के लोगों में अकेलेपन से होने वाली मौत, नौकरी पाने में विफलता या नौकरी से निकाल दिए जाने के कारण होती हैं।
उन्होंने कहा कि हम ऐसे लोगों के लिए उन संगठनों तक पहुंच बनाने की योजना बना रहे हैं, जो लोगों को नौकरी दिलाने में मदद करते है। साथ ही उनके स्वास्थ्य की स्थिति को सुधारने में मदद करने के उपाय भी करते हैं। मौतों के आंकड़ों की बात करें तो ६० वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों में १,१४६ मामले सामने आए। ५० वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों में १,०९७ और ४० वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों में ५०२ मामले सामने आए। ायह भी पता चला है कि पुरुषों की संख्या अकेलेपन के कारण होने वाली कुल मौतों में ८४.१ प्रतिशत है, जो महिलाओं की संख्या से काफी अधिक है।

अन्य समाचार