सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के एक माह बीत जाने के बाद भी मनपा के ५८५ कर्मचारी अपने मूल काम पर नहीं लौटे हैं। बताया गया है कि मनपा के उक्त सभी कर्मचारी चुनाव कार्य से जुड़े वित्त रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं। यह काम अंतिम चरण में है। इसी के साथ उम्मीद है कि कर्मचारी जल्द ही अपने मूल काम पर लौट आएंगे। हालांकि, इसे लेकर सवाल उठ रहा है कि चुनाव से जुड़े वित्त रिपोर्ट तैयार करने में आखिरकार क्यों देरी हुई है। मनपा की इस करामात को लेकर सभी अचंभित हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुंबई मनपा के करीब ८२ हजार कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया गया था। परिणामस्वरूप, मनपा में अपर्याप्त मानव बल के कारण सभी विभागों के कई कार्यों में देरी हो रही थी। साथ ही कार्यरत स्टाफ पर भी काम का भारी दबाव था। इस बीच २३ नवंबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद कई कर्मियों को चुनाव कार्य से मुक्त कर दिया गया। हालांकि, नतीजों के बाद भी कई कार्यों को पूरा करने के लिए कर्मचारियों को अभी भी चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
मनपा का दावा
मनपा ने दावा किया है कि चुनाव नतीजे घोषित हुए एक महीना बीत चुका है। हालांकि, अभी भी मनपा के ५८५ कर्मचारी अपनी मूल सेवा पर नहीं लौटे हैं। संबंधित कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया के वित्तीय पहलुओं पर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए काम कर रहे हैं। वित्तीय रिपोर्ट की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है इसलिए मनपा के कर्मचारी आने वाले सप्ताह में अपनी मूल सेवा में लौट आएंगे।