-सीएसडीएस के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में सामने आया देश का सबसे बड़ा मुद्दा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
देश के चुनावी माहौल में अब गर्मी आनी शुरू हो गई है। चुनाव का प्रचार गति पकड़ रहा है और राजनीतिक दल अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर रहे हैं। इसी बीच आए एक ताजा सर्वे ने मोदी सरकार की नींद उड़ा दी है। यह सर्वे देश में नौकरियों की वर्तमान हालत को लेकर है।
इस सर्वे के अनुसार, वर्तमान समय में बेरोजगारी, नौकरी बचाना और महंगाई बड़ा मुद्दा बन कर उभर रहा है। चुनावी मुद्दों को लेकर सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस) के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में यह सामने आया है। सर्वेक्षण के अनुसार, गांवों, कस्बों और शहरों के अलग-अलग वर्गों से किए गए सर्वे में ६२ प्रतिशत लोगों का कहना है कि आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती नौकरी बचाना है, वहीं केवल १२ प्रतिशत लोग मानते हैं कि नौकरी के अवसर बढ़े हैं। सर्वे के अनुसार नौकरी मिलने में मुश्किलों को लेकर, ६७ प्रतिशत मुसलमान, ६३ प्रतिशत हिंदू, ५९ प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लोग परेशान हैं।
ऊंची जाति के ५७ प्रतिशत लोगों को लगता है कि नौकरी मिलना मुश्किल है, वहीं केवल १७ प्रतिशत लोगों को लगता है कि नौकरी मिलना आसान है। सर्वेक्षण में नौकरी के अवसरों की कमी के लिए २१ प्रतिशत लोगों ने केंद्र को, १७ प्रतिशत ने राज्य सरकारों को जिम्मेदार ठहाराया, वहीं ५७ प्रतिशत ने कहा कि दोनों की जवाबदेही है। लोगों ने महंगाई पर भी गंभीर चिंता प्रकट की। सर्वेक्षण में महंगाई के मुद्दे पर २६ प्रतिशत ने केंद्र को, १२ प्रतिशत ने राज्यों को और ५६ प्रतिशत ने दोनों सरकारों को दोषी ठहराया।