– हेमंत सोरेन ईडी के रिमांड पर
अनिल मिश्र / रांची
झारखंड में पिछले दो दिनों से चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच जहां आज सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली, वहीं विरोधी दलों के द्वारा विधायकों को तोड़-फोड़ की डर से चार्टर विमान से 37 विधायक को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के तीन जगहों पर पांच सितारा होटल एवं रिसोर्ट में रखा गया है। इन विधायकों का स्वागत तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने खुद वेगमपेट एयरपोर्ट पहुंचकर किए। जमीन घोटाला के लिए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पर्वतन निदेशालय द्वारा बार-बार सम्मन देने के बावजूद उपस्थित नहीं होने के कारण 31 जनवरी को रात 9.30 बजे गिरफ्तार किया गया था।
उसके बाद आज पीएमएलए कोर्ट ने हेमंत सोरेन को ईडी की पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया है। इससे पहले आज ही सुबह हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा। कोर्ट ने गिरफ्तारी के खिलाफ सोरेन की याचिका पर सुनवाई करने से यह कहकर इंकार कर दिया कि पहले हाई कोर्ट जाना चाहिए। हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद कई तरह की अटकलों का बाजार गर्म रहा। 31 जनवरी की रात हेमंत सोरेन को पर्वतन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार करने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा और महागठबंधन के सभी विधायकों द्वारा चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुनने और सरकार बनाने को लेकर 47 विधायकों के हस्ताक्षर के पत्र दिए जाने के बावजूद राज्यपाल द्वारा निमंत्रण पत्र देने में देर किए जाने के तरह-तरह के कयास लगाए जाते रहे, लेकिन गुरुवार की रात झारखंड के राज्यपाल महामहिम सीपी राधाकृष्णन द्वारा चंपई सोरेन को सरकार बनाने को लेकर निमंत्रण पत्र देने और चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद अटकलों का बाजार तो कुछ देर के लिए थम गया है। लेकिन विधायकों की तोड़फोड़ को लेकर महागठबंधन के लोग भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों पर आरोप लगा रहे हैं।
इन्हीं कारणवश झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस सहित महागठबंधन के 37 विधायकों को आज रांची से हैदराबाद सिफ्ट किए गए हैं। हालांकि, झारखंड में चंपई सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो गए हैं, लेकिन सरकार जब तक बहुमत प्राप्त नहीं कर लेती है, तब तक कयासों और अटकलों का बाजार गर्म रहना लाजिमी है। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सरकार को दस दिनों के अंदर बहुमत सिद्ध करने के लिए कहा है। संभवतः 4 फरवरी की रात सभी विधायक हैदराबाद से रांची पहुंचेंगे। 5 फरवरी को राजभवन में फ्लोर टेस्ट होगा, तब तक सभी विधायक हैदराबाद में ही रहेंगे। इस बीच आज दोपहर 12.20 बजे राजभवन के दरवार हाॅल में चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एंव गोपनियता की शपथ लिया। इनके साथ ही कांग्रेस के आलमगीर आलम और चतरा से राजद के विधायक सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ लिए। झारखंड राज्य के गठन के 23 साल में 11 मुख्यमंत्री बदले हैं। इनमें शिबु सोरेन और अर्जुन मुंडा तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं। सिर्फ रघुवर दास ही एक ऐसे मुख्यमंत्री झारखंड में हुए हैं, जो अपना कार्यकाल पांच साल पूरा किए हैं।