ड्रग्स ट्रैफिकिंग का `सेफ रूट’ बन रहे गुजरात के रास्ते
नागमणि पांडेय / मुंबई
मुंबई पुलिस द्वारा ड्रग्स तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान में ड्रग्स पैडलर्स के ठिकाने पर छापेमारी कर गिरफ्तारी की जा रही है। वर्ष २०२३ में मुंबई पुलिस द्वारा ड्रग्स तस्करी के १०६ मामले दर्ज करते हुए २२९ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों के पास से ५३ करोड़ २३ लाख रुपए के ड्रग्स जब्त किए हैं। गिरफ्तार अधिकतर आरोपियों के तार गुजरात से जुड़े हैं। पाकिस्तान से ड्रग्स तस्कर ड्रग्स ट्रैफिकिंग के लिए `सेफ रूट’ के तौर पर गुजरात को मानते हुए गुजरात से मुंबई में ड्रग्स की तस्करी कर रहे हैं।
मुंबई वाया गुजरात ड्रग्स
मुंबई पुलिस की तरफ से २०२३ में की गई कार्रवाई में १०६ मामले दर्ज करते हुए २२९ ड्रग्स पैडलर को गिरफ्तार किया गया, जिनका कनेक्शन गुजरात से मिला है। सूत्रों के अनुसार, तस्कर गुजरात के कच्छ को केंद्र बनाकर पूरे गुजरात सहित मुंबई में ड्रग्स पहुंचाने का जाल बिछा चुके हैं।
खेप लगाने वाले बन गए ‘आका’
सूत्र ने बताया कि एक ढाबे में वेटर का काम करने वाले युवक को बमुश्किल ३ हजार रुपए वेतन मिलता था। एक बार उसे एक थैली देकर मुंबई भेजा गया। वह मुंबई से लौटा तो उसका वेतन १५ हजार महीने हो गया। उसकी मुंबई की यात्राएं बढ़ गर्इं। अब यह युवक २७ लाख रुपए की कार से चलता है। उसने अपने साथ ९ से १० युवाओं को जोड़ लिया है। संदेह है कि ये युवक ड्रग्स पैडलर बन गए हैं। अब इन्हें ६० हजार रुपए मिलते हैं। इन्हें ‘वेतन’ देने वाले ५ से ७ युवक ‘आका’ बन बैठे हैं।
जहाज से बरामद हुए करोड़ों के ड्रग्स
भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) जहाज `समुद्र पावक’ ने २९ जुलाई, २०१७ को गुजरात के खंबात की खाड़ी के पास एक व्यापारी जहाज को रोका। जांच करने पर जहाज से १,४४५ किलो ग्राम ड्रग्स के कुल १,५२६ पैकेज बरामद किए गए थे। इसमें से १,०१८ पैकेज हेरोइन के और ४२७ किलोग्राम मोर्फिन ड्रग्स के थे।
रेलवे मार्ग से किश्तों में आती है ड्रग्स
सूत्रों की मानें तो अधिकतर नशे के खेप पंजाब, एमपी और गुजरात से आने वाली ट्रेनों मे पकड़ी जाती है। पिछले सप्ताह मुंबई सेंट्रल जीआरपी ने राजधानी ट्रेन से आए एक आरोपी आशिष बंशीलाल डागा को गिरफ्तार कर उसके पास से १० लाख रुपए का ड्रग्स बरामद किया। लेकिन पुलिस की लापरवाही से आरोपी को महज २४ घंटे बाद ही कोर्ट से जमानत मिल गई।