सुल्तानपुर / विक्रम सिंह
बहुत दिनों बाद कुशनगरी सुल्तानपुर में योगी की पुलिस ईंट का जवाब पत्थर से देती नजर आई। रंगदारी वसूली में विफल रहने पर सरेबाज़ार फल जूस विक्रेता के पेट में लोडेड पिस्टल खोंस देने वाले हिस्ट्रीशीटर बदमाश का न सिर्फ सुल्तानपुर पुलिस ने एनकाउंटर किया बल्कि उसे गोली मार दी। हालांकि गोली पैर में लगी, जिससे वो गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उसे राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि, सुल्तानपुर शहर के चौक मुरारीदास गली में सलमान मोनू की फल एवं जूस की दुकान है। इस दुकान पर आकर अक्सर हिस्ट्रीशीटर बदमाश इरफान मुफ्त में जूस पिलाने और गुंडा टैक्स देने के लिए दुकानदार मोनू को धमकाता रहता था। इसी क्रम में गुरुवार को हथियारबंद बदमाश इरफान साथियों संग कार से उसकी दुकान पर आ धमका और दुकानदार के पेट में पिस्टल खोंस दी। हालांकि हिम्मती दुकानदार उससे भिड़ गया। आस-पड़ोस के लोग भी आ पहुंचे। जिसपर हमलावर फायरिंग करता हुआ भाग निकला। वारदात चूंकि ज्ञानवापी प्रकरण के चलते घोषित हाई अलर्ट के वक़्त हुई अतः मीडिया भी एक्टिव हो गया। चंद मिनटों में ही पूरे घटनाक्रम की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस अधिकारी भी हक्के-बक्के रह गए। अंततः एफआईआर दर्ज करने के साथ ही पुलिस भी एक्टिव मोड में आ गई। अभी ३६ घंटे भी नहीं बीते थे कि आरोपी हिस्ट्रीशीटर बदमाश इरफान को पुलिस टीम ने समीपवर्ती बन्धुआकला थाना क्षेत्रांतर्गत हसनपुर क्रासिंग के पास घेर लिया। खुद को घेरे में देख उसने पिस्टल से पुलिस पर ही फायरिंग शुरू कर दी लेकिन जवाबी फायरिंग में उसे पुलिस ने पस्त कर दिया। पैर में गोली लगने से हमलावर बदमाश लहूलुहान होकर अचेत हो गया। जिसे आनन-फानन इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज ले जाया गया है, जहां पर वो खतरे से बाहर बताया जा रहा है। उधर पुलिस कप्तान सोमेन बर्मा का कहना है कि, हम अपराध व अपराधी के खिलाफ डीजीपी के निर्देशानुसार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे हैं। कानून हाथ में लेने वालों का हश्र इरफान जैसा ही होगा।