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अंतर्वेग : मां-बाप व भाई के कत्ल का राज  खून की एक बूंद ने खोल दी!

नागमणि पांडेय

क्राइम पेट्रोल देखकर मां-बाप और भाई के कत्ल की हुई घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। इस हत्या को शातिराना तरीके से अंजाम देने वाले आरोपी बेटे द्वारा जिस कत्ल को दुर्घटना बताने की कोशिश की गई थी, उसका राज महज एक खून की बूंद ने खोल कर रख दी है। इस मामले के आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर पुलिस ने कत्ल का पर्दाफाश किया है।
११ जनवरी २०२४, हिंगोली जिले के शिवरा में मोटरसाइकिल सड़क दुर्घटना में पिता कुंडलिक जाधव, मां कलावती जाधव और बेटा आकाश जाधव की मौत हो गई थी। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले इसे दुर्घटना मानकर जांच कर रही थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। रिपोर्ट मे बताया गया कि शवों पर चोट के निशान हैं। इसके बाद पुलिस हत्या के एंगल से जांच शुरू कर दी। सबसे पहले शक की सुई महेंद्र जाधव पर ही गई, क्योंकि उसी ने रिश्तेदारों को पहला कॉल करके बताया था कि परिजन गायब हैं।  महेंद्र जाधव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। जब पुलिस ने महेंद्र के घर में तलाशी अभियान शुरू की तो घर पूरी तरह से साफ नजर आया, लेकिन एक जगह पर खून के धब्बे दिखाई दिए। इस पर पुलिस का शक यकीन में बदलने लगा। इसके बाद पुलिस ने महेंद्र से कड़ाई से पूछताछ की तो महेंद्र ने कबूल किया कि हत्या उसने ही की है।
महेंद्र जाधव ने खुलासा किया कि घरेलू विवाद के चलते उसने अपने ही मां-बाप और छोटे भाई को नींद की गोलियां दीं और बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। तीन कत्ल करने के बाद महेंद्र जाधव ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर उन तीनों की लाशों को मोटरसाइकिल पर लादकर सड़क के किनारे गड्डे में डाल आया। किसी को शक न हो इसलिए खुद की मोटरसाइकिल की हेडलाइट और कुछ पार्ट तोड़कर बाइक लाशों के पास छोड़ दी, ताकि देखने वाले को यह दुर्घटना लगे।
हत्या से पहले देखा दृश्यम और क्राइम पेट्रोल 
महेंद्र जाधव लगभग अपने प्लान में कामयाब भी हो गया था, मगर कहते हैं न कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो एक चूक जरूर करता है। महेंद्र जाधव ने भी एक गलती कर दी। जहां पर वारदात को अंजाम दिया था, उसी घर में दीवार पर लगे खून का निशान मिटाना भूल गया और वही निशान उसकी गिरफ्तारी का सबसे बड़ा सबूत बन गया। महेंद्र जाधव ने पुलिस को बताया कि हत्या करने से पहले उसने पांच बार दृश्यम फ़िल्म और कई बार क्राइम पेट्रोल सीरियल के एपिसोड देखा था। अपराधी महेंद्र जाधव पिछले कई दिनों से इस हत्या की प्लानिंग में लगा था। ९ जनवरी की रात को उसने अपने छोटे भाई को पहले नींद की गोलियां खिलार्इं। उसने भाई को इलेक्ट्रिक शॉक देकर मारने की कोशिश की, मगर वोल्टेज कम होने के कारण वो नहीं मरा तो सिर पर रॉड से वार करके मार डाला। इसके बाद भाई की लाश को मोटरसाइकिल पर रखकर सड़क किनारे एक गड्ढे में छुपाकर घर लौटा। दूसरे दिन सुबह आरोपी अपनी मां कलावती बाई को खेत में काम के बहाने ले गया और मां की हत्या कर दी। रात होते ही उसने मां की लाश को भी उसी गड्ढे में फेंक आया, जहां भाई की लाश ठिकाने लगाई थी। अब उसे अपने बाप को ठिकाने लगाना था। उसी रात वो घर पहुंचा और अपने बाप कुंडलिक जाधव को पहले नींद की गोलियां खिलार्इं और उनकी भी रॉड सें हत्या कर दी।

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