मुख्यपृष्ठनमस्ते सामनासंपादक के नाम पत्र :  नहीं है कचरा व्यवस्थापन की व्यवस्था

संपादक के नाम पत्र :  नहीं है कचरा व्यवस्थापन की व्यवस्था

बदलापुर के अगले रेलवे स्टेशन वांगनी और बदलापुर के बीच में गोरे गांव पंचायत पड़ती है। बदलापुर से सटी गोरे गांव पंचायत की स्थिति बद से बद्तर होती जा रही है। पंचायत के सरपंच से लेकर ग्रामसेवक तक किसी को भी बढ़ती गंदगी पर अंकुश लगाने की सुध नहीं है। प्रत्यक्ष देखा जा सकता है गोरे गांव पंचायत के दायरे में आनेवाले गांव के किनारे फेंके गए कचरे के ढेर से कचरे सहित प्लास्टिक की पन्नियां इधर-उधर उड़ती रहती हैं। बदलापुर से तकरीबन चार किलोमीटर की दूरी पर गोरे गांव की सीमा शुरू हो जाती है। बदलापुर से कर्जत मार्ग से मंत्री, तालुका और जिलास्तर के अधिकारी आते-जाते हैं। देश, राज्य में सूखा और गीला कचरा अलग करने के अलावा कचरा व्यवस्थापन द्वारा अलग-अलग तकनीकी लाई जा रही है। इसके बावजूद सफाई को लेकर आए दिन नई-नई तकनीक लानेवाला स्वास्थ्य मंत्रालय पंचायत गांव के पास कचरा कुंडी तक की व्यवस्था नहीं करवा पा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ठाणे जिले के जिस गांव में सफाई जैसी जरूरी सेवा को प्रशासन नजरअंदाज कर रहा है तो वहां पीने के पानी सहित स्वास्थ्य की क्या स्थिति होगी। इस रास्ते से गुजरनेवाले ग्रामीणों सहित आने-जाने वाले लोग रास्ते पर पड़ी गंदगी को देखकर थू-थू कर रहे हैं।
– प्रशांत म्हासे, वांगनी

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