मुख्यपृष्ठसमाचारमोटरमैन की मौत के बाद रेलवे के खिलाफ ‘असहयोग आंदोलन'!

मोटरमैन की मौत के बाद रेलवे के खिलाफ ‘असहयोग आंदोलन’!

सामना संवाददाता / मुंबई 

सेंट्रल रेलवे पर लोकल चलाते समय मोटरमैन कभी-कभी अनजाने में सिग्नल जंप कर देते हैं। इसका मतलब लोकल ट्रेन तय किए गए स्थान से कुछ आगे जाकर खड़ी हो जाती है। इस गलती के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से कई मोटरमैनों के खिलाफ अनिवार्य सेवानिवृत्ति (सीआरएस) की कार्रवाई की जा रही है। लिहाजा रेलवे की इस जबरन कार्रवाई से सभी मोटरमैनों को झटका लगा है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को मोटरमैन मुरलीधर शर्मा (५४) की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। उनकी मौत के बाद परिवार और यूनियन ने बताया कि उन्होंने सीआरएस के डर से सुसाइड कर लिया, जबकि रेलवे सफाई दे रही हैं कि उनकी आकस्मिक मौत हुई है। रेलवे के जबरन ‘सीआरएस’ की वजह से शुक्रवार को मध्य रेलवे के अधिकांश मोटरमैनों ने ‘असहयोग आंदोलन’ शुरू करते हुए ‘ओवरटाइम’ करना बंद कर दिया। इसके चलते शनिवार को १०० से ज्यादा लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और इससे दोगुनी लोकल ट्रेनें देरी से चलीं। इसका खामियाजा मुंबईकरों को भुगतना करना पड़ा। रेलवे के कई संगठनों द्वारा ‘ओवरटाइम’ बंद करने का असर सोमवार को भी दिखाई पड़ सकता है। सेंट्रल रेलवे प्रशासन लोकल ट्रेनों को पूरी क्षमता से चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। शनिवार को भी स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई।

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