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गुंडागर्दी करनेवाले नालायक शासकों को कुर्सी से नीचे उतारो! उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला, वोटों के लिए भारत रत्न बांट रहे मोदी

सामना संवाददाता / मुंबई
जो शासक बेरोजगारों को नौकरी नहीं दे सकता, महंगाई नहीं रोक सकता, गुंडागर्दी नहीं रोक सकता तो फिर वह शासक कुर्सी पर बैठने के योग्य नहीं है। कोई भी होगा फिर भी उसे कुर्सी से नीचे उतारना ही पड़ेगा। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किया। विरोधियों पर जीत हासिल ही करेंगे, यह जिद लोकतंत्र में होनी चाहिए, यह नहीं होगा तो दुकान बंद करके घर बैठो। उद्धव ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा कि जीतने पर विरोधियों को खत्म करूंगा, इस शैतानी प्रवृत्ति को हिटलरशाही जैसे खत्म करना ही होगा।

वोटों के लिए भारत रत्न बांट रहे मोदी

पहले ‘भारत रत्न’ सम्मान कितना और किसे दिया जाना चाहिए, इसका एक फॉर्मूला था। अब मोदी का जिस पर दिल आया, उस को यह सम्मान दिया जा रहा है। जिन्हें यह सम्मान दे रहे हैं, वे जब जिंदा थे तब तत्कालीन जनसंघ और बाद में भाजपा ने उनका कड़ा विरोध किया था। अब केवल लोकसभा चुनाव में वोट पाने के लिए उन्हें ‘भारत रत्न’ दे रहे हैं। इस तरह का जबरदस्त तंज शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल कसा। आपको लग रहा है कि चुनाव के मुहाने पर ऐसे लोगों का सम्मान करते हैं, तो पूरा देश हमारे साथ खड़ा होगा, लेकिन अब यह इतना आसान समय नहीं रहा है। इस तरह की चेतावनी भी उद्धव ठाकरे ने दी।
शिवसेना के स्थानीय लोकाधिकार समिति महासंघ का स्वर्ण महोत्सव अधिवेशन कल प्रभादेवी स्थित कामगार क्रीड़ा भवन परिसर में संपन्न हुआ। इस दौरान लोकाधिकार के हजारों कार्यकर्ताओं का उद्धव ठाकरे ने मार्गदर्शन किया। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने भाजपा की तरफ से ‘भारत रत्न’ सम्मान का राजनीतिक इस्तेमाल, तानाशाही, बेरोजगारी, भाजपा का अलग हिंदुत्व के साथ महाराष्ट्र में सत्ताधारियों की गुंडागर्दी पर चाबुक चलाया।
देश में तीन दिग्गजों को ‘भारत रत्न’ सम्मान देने की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके दी थी। उसमें बिहार के दिवंगत मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का भी समावेश है। इस पर उद्धव ठाकरे ने मोदी पर सीधा हमला किया। उन्होंने कहा कि मोदी वोटों के लिए ‘भारत रत्न’ बांट रहे हैं। साल १९७८-७९ में कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में पिछड़ी जनजाति और वंचितों के लिए सरकारी सेवा में २६ फीसदी आरक्षण लागू किया था। इसलिए जनसंघ ने सड़कों पर उतरकर विरोध किया था। अब २०२४ में बिहार में वोट पाने के लिए कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ दिया जा रहा है। इस तरह का जोरदार तंज उद्धव ठाकरे ने कसा।

लागू करो स्वामीनाथन रिपोर्ट
हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भी ‘भारत रत्न’ दिया जाएगा। शिवसेना ने तो यह मांग की थी कि उन्हें राष्ट्रपति बनाया जाए। अब उन्हें जब ‘भारत रत्न’ दे रहे हो तो उनकी किसानों के लिए दी गई रिपोर्ट को भी लागू करो। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह न करके ‘भारत रत्न’ देना यह केवल खोखलापन ही है। केवल पेड़ लगाना ही हरित क्रांति नहीं होता है, बल्कि पेड़ों को जीवित रखने वाले किसानों को जिंदा रखना ही असली हरित क्रांति है।

महाराष्ट्र को मिलना चाहिए टैक्स में ५० फीसदी का हिस्सा
टैक्स के रूप में केंद्र को दे रहे पैसों से उनके हक का हिस्सा प्राप्त करने के लिए चार दिनों पहले दक्षिण के राज्यों ने आंदोलन किया था। इसका उल्लेख करते हुए उद्धव ठाकरे ने चेताते हुए कहा कि महाराष्ट्र को भी टैक्स में शामिल उसके हक का पैसा मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र केंद्र को टैक्स के रूप में एक रुपया देता है तब उसमें से केवल सात पैसे महाराष्ट्र को मिलता है, बाकी के पैसे कहां जाते हैं? इस तरह का सवाल करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी गारंटी में बहुत सारा पैसा महाराष्ट्र की मेहनत का है। महाराष्ट्र को टैक्स में से ५० फीसदी हिस्सा मिलना चाहिए। इस तरह की जोरदार मांग उद्धव ठाकरे ने की। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र में सरकार आने के बाद इसके लिए कानून बनाने का आग्रह हम करेंगे।

हाथों में भगवा, यही असली निष्ठा
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने स्थानीय लोकाधिकार समिति महासंघ के कार्यकर्ताओं के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि लोकाधिकार के कार्यकर्ताओं ने युवा अवस्था में हाथ में भगवा थाम लिया था, जो निवृत्ति के बाद भी नहीं छोड़ा है। इसे ही निष्ठा कहते हैं। उद्धव ठाकरे के इस तरह से प्रशंसा करते ही उपस्थित लोगों ने शिवसेना का जयघोष करते हुए जमकर तालियां बजाईं। उद्ध ठाकरे ने कहा कि शिवसेना के पास भाजपा के जैसा पैसा नहीं है, लेकिन सोने के जैसे बेशकीमती, निष्ठावान लोग साथ हैं। यही हमारी संपत्ति है। यही मेरा निवेश है। आज भी शिवसेना में जो भेड़ और लाचार हैं वे घातियों के पास चले जाएं। मुझे ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है। मुट्ठी भर मावले चल जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोकाधिकार के कार्यकर्ता जीवित मावले हैं। वे इसे हाथ में लेते हैं और सफलतापूर्वक करके दिखाते हैं। मुझे आप पर पूरा भरोसा है। इस तरह उद्धव ठाकरे ने उनकी प्रशंसा की।

सत्ता भोगने वाले भाजपा ने क्या किया
पंडित नेहरू पर प्रधानमंत्री ने लोकसभा में तंज कसा था। उस पर उद्धव ठाकरे ने भाजपा और मोदी पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि हर बार इस तरह प्रचार किया जाता है कि पंडित नेहरू इतने सालों तक सत्ता में थे, लेकिन देश के लिए कुछ नहीं किया। नेहरू की कमियां निकालते हैं, लेकिन भाजपा ने उनसे अधिक समय तक सत्ता भोगकर भी क्या किया, वह नहीं बता रहे हैं। इस तरह का जोरदार हमला उद्धव ठाकरे ने किया। नेहरू को दुनिया छोड़े ६० साल हो गए हैं। मोदी १० साल से प्रधानमंत्री हैं, अटलजी छह साल और जनता पक्ष की कालावधि मिलाकर भाजपा नेहरू से ज्यादा समय तक सत्ता में थी। फिर भी सब दूसरों पर डालना और सवाल पूछने पर उसे देशद्रोही ठहराकर पाकिस्तान जा कहा जाता है। इस तरह का जबरदस्त प्रहार उद्धव ठाकरे ने किया। उद्धव ठाकरे ने मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपने नोटबंदी वैâसे की, किसानों पर काला कानून वैâसे लादा था, इसे भी बताओ। दस साल पहले डॉलर की कीमत क्या थी, गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल की कीमत क्या थी, ये भी बताओ। उसकी समीक्षा कौन करेगा? इस तरह का सवाल उद्धव ठाकरे ने खड़ा किया है।
उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए शिवसेना के पदाधिकारियों पर कार्रवाइयां करने वाले घाती गुट और भाजपा की भी अच्छी तरह से खबर ली। उन्होंने कहा कि बीते ५६-५७ सालों में शिवसेना ने अपने ऊपर कई तूफानों को झेला है। अब भी शिवसेना को जड़ सहित उखाड़ने की मस्ती कुछ लोगों को आई है। उन्हें यह अहसास नहीं है कि शिवसेना का जड़ इतने नीचे तक पहुंच चुका है कि उसे उखाड़ने की कोशिश करोगे तो तुम ही जड़ समेत उखड़ जाओगे। इसलिए इस चक्कर में मत पड़ो, इस तरह की सीधी चेतावनी उद्धव ठाकरे ने दी।

एकाधिकार तंत्र है घातक
भाजपा के भाई-भतीजावाद के आरोपों को एक बार फिर से खारिज करते हुए उद्धव ठाकरे ने मोदी के एकाधिकार तंत्र पर हमला किया। नरेंद्र मोदी ने संसद में किए अपने राजनीतिक भाषण में भाई-भतीजावाद को लेकर बोला था। उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि गद्दारी करके उनके पास गए गद्दारों के परिवारवाद पर कुछ नहीं कहते हैं। क्योंकि ऐसे करेंगे तो सबसे पहले शिवसेना से गद्दारी करके उनके पास गए मुख्यमंत्री को नीचे उतारना पड़ेगा, उनके बेटे को नीचे उतारना होगा। मोदी कह रहे होंगे कि एक ही घराना पार्टी चलाता है तो इस पर हमारा विरोध है, तो हमारा भी उनके एकाधिकार तंत्र का विरोध है और उसे खत्म करेंगे यह शपथ लेकर हम मैदान में उतरे हैं। उद्धव ठाकरे ने हमला करते हुए कहा कि राम मंदिर का उद्घाटन अकेले करना है, संसद का उद्घाटन अकेले करना है, सड़क उद्घाटन भी मुझे अकेले करना है, यह मोदी का एकाधिकार तंत्र भाई-भतीजावाद की अपेक्षा घातक है।

अनपढ़ों के हाथ में धर्म ध्वज
उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रबोधनकार कहते थे कि व्यक्तियों ने धर्म बनाया, ताकि धर्म से व्यक्ति गलत मार्ग पर न चले, धर्म -धर्म करके इंसानियत को कलंकित मत करो। हिंदुत्व के नाम पर यह पाप भाजपा कर रही है और उस पाप को हम माफ नहीं करेंगे। उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि आज धर्म का ध्वज अनपढ़ों के हाथ में चला गया है और उस ध्वज के ऊपर से हमारे धर्म का खून टपक रहा है। अनपढ़ों के हाथों में धर्म का ध्वज जाने से हमारे ही धर्म के भाइयों का खून गिर रहा है। इसे खत्म करो, उसे खत्म करो, यह चल रहा है। इससे भारत माता को बचाने के लिए हमें जिद के साथ खड़ा होना पड़ेगा। इस तरह का आह्वान उद्धव ठाकरे ने इस दौरान किया।

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