-महाविकास आघाड़ी के दौरान शुरू हुई थी परियोजना
-म्हाडा जल्द ही राज्य सरकार को भेजेगी प्रस्ताव
अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
वर्ली बीडीडी चाल पुनर्विकास परियोजना के प्रत्येक निवासी को टॉवर में फ्लैट मिलेगा। इसके साथ ही प्रत्येक फ्लैटधारकों को पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जल्द ही म्हाडा इस संदर्भ में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजेगी। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही हर निवासी को अलग-अलग पार्किंग मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना, जो सबसे बड़ी शहरी पुनर्विकास परियोजना है और राज्य सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना है। महाविकास आघाड़ी के दौरान शुरू की गई थी। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख और तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस पुनर्विकास परियोजना का काम शुरू किया था। वर्ली बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना के पहले चरण का काम अगस्त २०२१ में शुरू हो चुका था और इस परियोजना का काम प्रगति पर है। वर्ली में १२१ चॉल का पुनर्विकास किया जाएगा और ९,६८९ फ्लैट बनाए जाएंगे। प्रत्येक निवासी को ५०० स्क्वायर वर्गफुट का घर मिलेगा। विकास नियंत्रण नियमों के अनुसार, प्रत्येक चार फ्लैटों के लिए एक पार्किंग स्थान अनिवार्य है। हालाँकि, इस स्थान पर चार फ्लैटों के लिए दो पार्किंग स्थल उपलब्ध कराए गए थे। स्थानीय लोगों की मांग है कि हर फ्लैटधारक को अलग से पार्किंग मिलनी चाहिए। म्हाडा ने इस विषय में काम करना शुरू कर दिया हैं। म्हाडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही म्हाडा की ओर से राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा। अगर प्रस्ताव को मान लिया गया तो मौजूदा छह मंजिला पोडियम फ्लोर को आठ मंजिला बनाया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि इस पर करीब ४०० करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च आएगा।
परियोजना की वर्तमान स्थिति इस प्रकार है
संशोधित योजना के अनुसार, वर्ली बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना में बिल्डिंग नंबर १ के आठ विंग प्रगति पर हैं, जिनमें से डी और ई विंग की ४० मंजिलें पूरी हो चुकी हैं और अन्य छह विंगों का संरचनात्मक कार्य प्रगति पर है। बिल्डिंग नंबर ६ की ६ विंगों में से बिल्डिंग ए, सी, डी, एफ की फाउंडेशन का काम चल रहा है।