-महाराष्ट्र के कई जिलों में रिमझिम से फसलों पर खतरा
-अगले २४ घंटों में बारिश के कहर की संभावना
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र समेत देशभर में अगले २४ घंटे तक बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताया है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मुंबई समेत पूरे राज्य गुरुवार सुबह से ही रिमझिम शुरू हो गई। मुंबई, नई मुंबई समेत राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार रात में बूंदाबांदी की शुरुआत हो गई थी। आधी रात को मुंबई के दादर, परेल, बोरीवली, दहिसर आदि इलाकों में बारिश की छिटपुट बेमौसम बारिश की बौछारें पड़ीं। नई मुंबई में कल सुबह-सुबह रिमझिम बारिश हुई। दूसरी तरफ बेमौसम बारिश ने प्रदेश के किसानों की मुसीबत को और बढ़ा दिया है। बारिश के कारण खेतों में खड़ी फसल बर्बादी के कगार पर पहुंचती हुई दिखाई दे रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले २४ घंटे तक प्रदेश में बारिश की संभावना बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि आईएमडी ने अगले २४ घंटों में कई जगहों पर बारिश का अनुमान जताया है। भारतीय मौसम विभाग की ओर से दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक, पंजाब में भारी बारिश होने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में आज यानी शनिवार को बर्फबारी होने की संभावना है। रविवार और सोमवार को उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड में गरज के साथ बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में आज ओलावृष्टि होने की संभावना है। दूसरी ओर ठाणे में भी बेमौसम बारिश ने दस्तक दे दी है। ठाणे के घोड़बंदर, वागले इस्टेट, कलवा में बारिश की बूंदाबांदी हुई। भारतीय मौसम विभाग की ओर से दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक, कई इलाकों में बूंदाबांदी और मराठवाड़ा, विदर्भ में कुछ जगहों पर गरज के साथ बारिश के साथ ही ओलावृष्टि की संभावना है।
बारिश का अनुमान
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, मराठवाड़ा के साथ विदर्भ में फिर से बारिश की आशंका है। पिछले कुछ दिनों में राज्य में कई जगहें बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित हुई हैं। विदर्भ में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। आईएमडी ने अगले २४ घंटों में मराठवाड़ा और विदर्भ में बारिश और ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की है। पिछले दो दिनों में नासिक, बुलढाणा, जालना, हिंगोली इलाकों में बारिश देखने को मिली है।
बेमौसम बारिश से खेती को नुकसान
कल हिंगोली जिलों में भारी बेमौसम बारिश हुई है। इस बारिश में गेहूं, ज्वार, चना जैसी फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। कई जगहों पर खेत में गेंहू का कटा हुआ फसल पूरी तरह भीग गया है, जिससे गेहूं को काफी नुकसान हुआ है। इस बारिश से गेहूं, चना, ज्वार, संतरा, आम जैसे फलों के बगीचे भी प्रभावित हुए हैं।