-यात्री धड़ल्ले से पार कर रहे रेलवे ट्रैक
-आए दिन दुर्घटनाओं में जाती हैं जानें
संदीप पांडेय / मुंबई
रेल यात्रियों की ट्रेन दुर्घटनाओं से जान जाने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। इन घटनाओं का एक कारण यात्रियों का रेलवे ट्रैक पार करना या फिर लोकल ट्रेन में गेट पर लटकना होता है। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके, इसके लिए रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ के जवान मौजूद रहते हैं, लेकिन अब शायद यात्रियों की जान बचा पाने में आरपीएफ के जवान भी नाकाम साबित हो रहे हैं। प्लेटफॉर्मों पर आरपीएफ की तैनाती के बावजूद यात्री धड़ल्ले से रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं। कल्याण रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को अपनी जान की परवाह न करते हुए रेलवे ट्रैक पार करते हुए देखा जाता है।
कल्याण रेलवे स्टेशन के सभी ट्रैक लोकल ट्रेनों और एक्सप्रेस गाड़ियों से व्यस्त रहते हैं। जब किसी गाड़ी के आने का प्लेटफॉर्म बदल दिया जाता है तो ऐसी स्थिति में यात्री जल्दबाजी के कारण स्टेशन पर बने ब्रिज का इस्तेमाल न करके सीधा ट्रैक पार करना आसान समझते हैं और ऐसे में वो सामने से आ रही ट्रेन के दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। हाल ही में कल्याण के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर आने वाली लोकल से पहले प्लेटफॉर्म नंबर सात की लोकल आ गई और यात्रियों ने रेलवे ट्रैक को पार करके प्लेटफॉर्म नंबर सात पर आई लोकल ट्रेन में चढ़ गए।
इस बारे में आरपीएफ के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि ट्रैक क्रॉस करने वाले यात्रियों पर एनसी केस दर्ज करके उन्हें कोर्ट में पेश किया जाता है। उन्हें कोर्ट द्वारा निर्धारित फाइन भरने के बाद छोड़ दिया जाता है। जब उनसे ऐसे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि हम इसके लिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इसके साथ ही खुले प्वाइंट्स को भी बंद किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि इस साल रेलवे ट्रैक पार करने वाले दो सौ से अधिक यात्रियों पर केस दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कम स्टाफ होने की भी बात कही है।
सही समय पर सही प्लेटफॉर्मों पर नहीं आती ट्रेनें
यात्रियों ने कहा कि एक तो लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं, ऊपर से उनके प्लेटफॉर्म को भी बदल दिया जाता है। ऐसे में हम अगर ब्रिज पर जाएंगे, तब तक हमारी ट्रेन छूट जाएगी। ट्रेनों के लेट होने के चलते हम वैसे भी अपने कार्यालय में देरी से पहुंचते हैं। इसके चलते हमारे नौकरी पर भी हमेशा खतरा मंडराता रहता है इसीलिए हमें मजबूरन ट्रैक पार करना पड़ता है। रेलवे अगर सही समय पर सही प्लेटफॉर्म पर ट्रेन चलाए तो हमें ट्रैक पार करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।