-डिजाइन को लेकर मुंबईकरों ने उड़ाया मनपा का मजाक
सामना संवाददाता / मुंबई
अंधेरी में गोपाल कृष्ण गोखले ब्रिज के खुलने से क्षेत्र में मोटर चालकों और पैदल चलने वालों को राहत मिली है। हालांकि, मोटर चालकों ने तेली गली से पुल तक कनेक्टिविटी की कमी के बारे में शिकायत करते हुए कहा है कि गोखले ब्रिज का अलाइनमेंट (सिधाई) ठीक से नहीं हुई है। पुल के टेढ़ेपन व उसकी डिजाइन को लेकर मुंबईकरों ने मुंबई मनपा का मजाक उड़ाया है। मनपा अधिकारियों का दावा है कि डिजाइन के मुद्दों को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि इस मुद्दे से हम पूरी तरह से अवगत हैं, लेकिन कुछ छोटे-मोटे काम लंबित हैं।
गोखले पुल की एक भुजा खुलने के बाद जहां वाहन चालकों को कुछ राहत मिली है, वहीं जो लोग अंधेरी-पूर्व से बाहर निकलना या प्रवेश करना चाहते हैं, उन्होंने शिकायत की है कि उनके पास कोई कनेक्टिविटी नहीं है। तेली गली कनेक्टर का उपयोग करके, मोटर चालक वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे जंक्शन से सीधे एसवी रोड तक पहुंचते हैं।
जुहू निवासी भरत शाह, जो अंधेरी-पूर्व के चकला तक रोजाना यात्रा करते हैं ने कहा कि पुल की एक लेन खोलने से उनकी यात्रा का समय कम से कम ४५ मिनट कम हो गया है। ‘गोखले पुल के न होने से हमें बहुत नुकसान हुआ। अब जब यह तैयार हो गया है तो मेरा हर दिन कम से कम ४५ मिनट बचता है, लेकिन यह केवल एक छोटी सी राहत है क्योंकि पुल पूरी तरह से तैयार नहीं है। शाह ने कहा, शॉपर्स स्टॉप के बाद गोखले पुल पर दाएं मुड़ने के लिए एसवी रोड पर सिग्नल कॉन्फिगर करने की आवश्यकता है। आकांक्षा पाटणकर की शिकायत है कि एसवी रोड से पुल तक आसानी से पहुंचा जा सकता है, लेकिन तेली गली से प्रवेश करने या बाहर निकलने का कोई साधन नहीं है। यह एक समस्या पैदा कर रहा है। बर्फीवाला कनेक्टर का मामला समझा जा सकता है लेकिन तेली गली से प्रवेश और निकास की सुविधा आसानी से दी जा सकती है। एक तरफ कंक्रीट के बैरिकेड्स लगे हैं, दूसरी तरफ सिर्फ रैंप का निर्माण होना है। ये काम आसानी से हो जाते हैं इसलिए इन्हें तुरंत कर लेना चाहिए। इससे अंधेरी-पूर्व से पुल तक पहुंचना आसान हो जाएगा। इस बीच अंधेरी-पश्चिम के निवासी दिलीप नायक, जो अंधेरी- पूर्व में काम करते हैं ने कहा कि उन्हें पुल पर चलना अच्छा लगता है।