-प्रतिपक्ष के नेता वडेट्टीवार ने किया आह्वान
सामना संवाददाता / मुंबई
मराठा समाज के सदस्यों ने लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल को सबक सिखाने के लिए प्रत्येक गांव से एक से दो गैर दलों के लोगों का नामांकन दाखिल करने का पैâसला किया है। यह बात छुपी हुई नहीं है कि सरकार ने मराठा समाज को धोखा देने का काम किया है। पुरानी गलतियों को दोहराते हुए समाज को अस्थिर आरक्षण दिया है। यह मराठा समाज समझ गया है। समाज का वही गुस्सा सत्ताधारियों के खिलाफ है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यह सरकार पहले भी मतदाताओं पर नजर रखते हुए ऐसे कठोर पैâसले लेकर ऐसा कारोबार कर चुकी है। हम मराठा समाज से अनुरोध करते हैं कि चुनाव में उम्मीदवार खड़ा करने के बजाय उनके लिए खड़े रहनेवालों को समर्थन देने के लिए वोट दें। उन्होंने कहा कि मन की भड़ास निकालने के लिए उम्मीदवार खड़ा करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने शनिवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए १९५ उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की। भाजपा की पहली सूची में महाराष्ट्र के उम्मीदवार शामिल नहीं थे। वडेट्टीवार ने कहा कि इस संबंध में महाराष्ट्र की सूची तैयार नहीं है, क्योंकि अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि शिंदे और अजीत पवार को दो, तीन या अधिकतम चार-चार सीटें दी जाएं। फिलहाल बताया गया है कि उनके लिए चार-चार सीटें फाइनल होंगी। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उस समय महाराष्ट्र की सूची घोषित की जाएगी।
प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी ने अभी तक महाविकास आघाड़ी के साथ गठबंधन नहीं किया है। इस बारे में विजय वडेट्टीवार ने कहा कि हमने चर्चा की है। अगले दो दिनों में तीनों दल प्रकाश आंबेडकर से बात करेंगे। ५वें या ६वें दिन तक सभी विषय पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे।
विदर्भ की जनता आघाड़ी के साथ
अमित शाह विदर्भ दौरे पर जाने वाले हैं। विजय वडेट्टीवार ने कहा कि हाल ही में जब प्रधानमंत्री आए और चले गए तो आधी कुर्सियां खाली थीं। भाषण चल रहा था तो महिलाएं उठकर जा रही थीं। उन्होंने कहा कि विदर्भ की जनता सौ फीसदी आघाड़ी के साथ खड़ी रहेगी।
युवा मेला को लेकर भाजपा पर तंज
भाजपा के युवा मेला को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विजय वडेट्टीवार ने कहा कि लोगों को दरकिनार करके निजी कारों को किराए पर लेकर यह मेला आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि चुनाव बताएगा कि यह मेला कार्यकर्ताओं को ताकत देगा या नहीं। यह पार्टी का कार्यक्रम है, उनके पास इतनी ताकत है कि लाख या दो लाख लोगों को ला सकते हैं। जितनी गाड़ियां लगाएंगे, उतने ही लोग आएंगे, लेकिन गाड़ियां लगाकर और गाड़ी में बैठकर खाने-पीने की व्यवस्था करने से लोग आते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे पार्टी के साथ खड़े हैं।
यह सत्ता से आए हुए पैसों की मस्ती
संजय गायकवाड को लेकर पूछे गए सवाल पर विजय वडेट्टीवार ने कहा कि पुलिस का काम है कि वह कार्रवाई करे। सरकार किस पर कारवाई करती है, बेसुर-ताल का वक्तव्य करने वालों पर कार्रवाई करती है क्या? गुंडों को कानूनी संरक्षण देनेवालों पर कार्रवाई करती है क्या? ये सभी सत्ता और उससे आए पैसों की मस्ती है। मुझे ऐसा लगता है कि इसलिए कार्रवाई की अपेक्षा करना और न्याय मिलने की आस लगाना यह गलतफहमी है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इसलिए राज्य में कानून व्यवस्था बची ही नहीं है।