मुख्यपृष्ठखेलक्लीन बोल्ड : इतिहास ऐसे बनता है

क्लीन बोल्ड : इतिहास ऐसे बनता है

अमिताभ श्रीवास्तव


जब चाह हो तो कठिन रास्ते भी मंजिल तक पहुंचा देते हैं। ओलंपिक खेलों में क्वालीफाई करना कोई सरल कार्य नहीं होता खासकर उन खेलों में जहां हिंदुस्थान विश्व में अब तक कहीं टिक न पाया हो। इसमें भी टेबल टेनिस ऐसा खेल रहा, जिसमें हिंदुस्थान ने करिश्मा तो कई बार दिखाया, किंतु अपने इस करिश्मे को कायम न रख सका। इसी में अब एक इतिहास बनाया है। हिंदुस्थानी पुरुष और महिला टेबल टेनिस टीम ने पहली बार टेबल टेनिस टीम में वर्ल्ड रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। विश्व टीम चैंपियनशिप का फाइनल पिछले महीने बुसान में था, जहां हिंदुस्थान की पुरुष और महिला टेबल टेनिस टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद कॉम्पिटिशन में सिर्फ ७ स्थान बचा था, जिन्हें रैंकिंग के आधार पर चुना गया। मौजूदा समय में हिंदुस्थानी पुरुष टेबल टेनिस टीम १५वें और महिला टीम १३वें स्थान पर है। आईआईटीएफ ने यह जानकारी देते हुए लिखा कि ताजा विश्व टीम रैंकिंग में टॉप रैंकिंग की टीम जो क्वालीफाई नहीं कर सकी, उन्होंने पेरिस २०२४ ओलंपिक के लिए अपना टिकट कटा लिया है। इस तरह हिंदुस्थान ने पोलैंड (१२), स्वीडन (१५) और थाईलैंड के साथ पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया।
कौन है ये सनसनी क्रेस्टो?
बैडमिंटन में ये कौन क्रेस्टो है जिसका नाम इन दिनों हिंदुस्थान में गूंज रहा है? सायना, सिंधु या ज्वाला, अश्विनी जैसे तो नाम अक्सर सुनाई देते हैं मगर क्रेस्टो जैसा विदेशी नाम कैसे? दरअसल, जन्म विदेश में ही हुआ मगर हैं हिंदुस्थानी। खेली भी पहले बाहर, किंतु अब हिंदुस्थानी हैं। नाम है तनीषा क्रेस्टो, खूबसूरत युगल जोड़ी की एक वर्तमान की खिलाड़ी। जिसका जन्म दुबई में गोवा के हिंदुस्थानी माता-पिता ट्यूलिप और क्लिफोर्ड क्रेस्टो के घर हुआ था और उन्होंने द इंडियन हाई स्कूल, दुबई में पढ़ाई की थी। बहरीन के लिए खेली और जीती भी। अश्विनी पोनप्पा के साथ अब हिंदुस्थान में युगल मुकाबलों की एक विश्व स्तरीय जोड़ी के रूप में उभर चुकी हैं। कोच पुलेला गोपीचंद हों तो खिलाड़ी की चमक-दमक बढ़ ही जाती है। अश्विनी के साथ मिलकर जनवरी में वो विश्व की सबसे ऊपर की टॉप-२० रैकिंग में शामिल हुर्इं। २०१८ में वो गोवा आ गर्इं और यहीं से हिंदुस्थानी बैडमिंटन में अपने नाम को अपने बेहतरीन खेल से शामिल करा लिया। आज अश्विनी के साथ वो एक दमदार जोड़ी के रूप में ख्याति प्राप्त खिलाड़ी बन गई हैं।

इंतजार नहीं कर सकता
किसका इंतजार नहीं कर सकते? दरअसल, यह सवाल एक रहस्य बन गया है जो महेंद्र सिंह धोनी ने सोशल मीडिया पर छोड़ा है। धोनी ने एफबी पर पोस्ट डालकर लिखा- नए सीजन और नई ‘भूमिका’ का इंतजार नहीं कर सकते। देखते रहिए। धोनी की पोस्ट से संकेत मिल रहा है कि वह चेन्नई की कप्तानी किसी नए चेहरे को सौंप सकते हैं और खुद मेंटॉर बन सकते हैं। हालांकि, आईपीएल २०२२ में उनका यह दांव उलटा पड़ गया था जब रवींद्र जडेजा को कप्तानी सौंपी गई थी लेकिन टीम बुरी तरह से पिछड़ गई थी। सीजन के बीच से ही जडेजा को हटाकर धोनी की वापसी कराई गई थी। उक्त सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। धोनी ने इसके बाद २०२३ सीजन में घुटने की गंभीर चोट के बावजूद टीम को ५वें खिताब तक पहुंचाया था। अब एक बार फिर से वह अपनी टीम को खिताब दिलाने के लिए तैयार हैं, पर सवाल भी खड़ा कर दिया है।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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