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सीएम शिंदे के गढ़ में बेखौफ बिल्डरों की मनमानी, ठाणेकर हो रहे बेघर! …शहरवासियों से धोखाधड़ी करने के चार मामले दर्ज

ठाणे में पुनर्विकास परियोजनाओं के नाम पर की गई ठगी

सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे में पुनर्विकास परियोजनाओं के नाम पर किए जा रहे ठग से ठाणेकर परेशान हो गए हैं। इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे कि राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे जिस ठाणे जिले से हैं, उसी ठाणे में बेखौफ बिल्डरों ने कानून व्यवस्था को ताक पर रख दिया है। इस मामले में अब तक चार मामले दर्ज किए हैं, वहीं दूसरी ओर इस मामले में पीड़ितों की संख्या बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि अगर सीएम शिंदे के गढ़ में ही बिल्डरों की मनमानी देखने को मिल रही है तो राज्य के अन्य जिलों का क्या हाल होगा? ठाणे शहर के मध्य में स्थित पुराने ठाणे परिसर में किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में चार मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि एक कंस्ट्रक्शन कारोबारी को गिरफ्तार भी किया गया है। इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए अब मामले की जांच ठाणे वित्तीय अपराध जांच शाखा को स्थानांतरित कर दी गई है।
बता दें कि पुराने ठाणे यानी नौपाड़ा, कोपरी और खोपट इलाकों में कई इमारतें जर्जर अवस्था में पहुंच गई हैं। इन इमारतों के पुनर्विकास का काम अपने हाथ में लेने के लिए बिल्डरों के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है। इस तरह निर्माणकर्ताओं द्वारा धोखाधड़ी के प्रकार सामने आए हैं। ठाणे की मशहूर कंस्ट्रक्शन कंपनी एमजे जोशी एंटरप्राइजेज के पार्टनर कौस्तुभ काल्के को हाल ही में नौपाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कंपनी के पार्टनर सुनील गंगाधर लिमये ने आरोप लगाया है कि काल्के ने दोनों पार्टनर्स को धोखा देने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए और उन्हें बैंक और कंपनी पंजीकरण कार्यालय में जमा कर दिया। इस मामले में कामिशा सिंह और सुंदरराज हेगड़े फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

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