उमेश गुप्ता / वाराणसी
अपहरण के बाद संदिग्ध हालात में रेलवे फाटक पर बेहोश मिली किशोरी की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस को बगैर सूचित किये लाश कब्र में दफना दिया। मामले की शिकायत के बाद पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन के आदेश पर गुरुवार को पुलिस ने कब्र खोदकर लाश निकलवाई और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। यह मामला वाराणसी के लोहता थाना क्षेत्र के तकिया मोहल्ले का है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। किशोरी के शव को कब्र से निकाले जाने की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई गई है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र की नाबालिग किशोरी को इसी थाना क्षेत्र के हरपालपुर का रहनेवाला कथित जीजा 29 फरवरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ लेता गया था। दोनों में प्रेम संबंध की भी चर्चा है। किशोरी के परिवारवालों की माली हालत ठीक नहीं है।
किशोरी के लापता होने के बाद से ही परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे थे। तभी दो मार्च की रात कथित बहनोई किशोरी को रेलवे फाटक के पास बेहोशी की हालत में छोड़कर भाग निकला। रेलवे फाटक से कुछ ही दूरी पर किशोरी का घर है। आसपास के लोगों ने किशोरी को बेहोश देखा तो भीड़ जुट गई। सूचना पर परिवार के लोग पहुंचे। इसके बाद किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान किशोरी की चार मार्च को मौत हो गई। बाद में लोकलाज और रिश्तेदारों के दबाव में परिजनों ने पुलिस को सूचना दिये बगैर शव को कब्र में दफना दिया। जब इसकी जानकारी और लोगों को हुई तो मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी।बाद में छह मार्च को किशोरी की मां ने कथित दामाद सोनू अंसारी के खिलाफ बेटी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने और दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया, फिर लोहता पुलिस ने पुलिस कमिश्नर से शव कब्र से निकाले जाने की अनुमति मांगी। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर कार्यपालक मजिस्ट्रेट प्रतीक कुमार व एसीपी रोहनिया संजीव कुमार शर्मा और वादिनी मुकदमा के साथ भारी पुलिस बल कब्रिस्तान पहुंची। कब्र खुदवाकर शव को बाहर निकलवाया गया। मृतका की मां से शिनाख्त कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।