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गद्दारों को झुनझुना…

-भाजपा ने चली चाल…शिंदे-दादा हुए बेहाल

-बागियों को दिल्ली में मिला झुनझुना, विधानसभा में देंगे अधिक सीटें

-३७ सीटों पर खुद चुनाव लड़ना चाहती है बीजेपी

एस.एन. सिंह / मुंबई

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महायुति के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर गहमागहमी अभी भी जारी है। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में महायुति के साथी दलों की सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा की गई। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के साथ करीब ढाई घंटे तक चली इस बैठक में आपसी सामंजस्य बनाने की कोशिश हुई। संभावित फॉर्मूले के मुताबिक भाजपा महाराष्ट्र में करीब ३७ सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं गद्दारों को झुनझुना थमाते हुए विधानसभा में अधिक सीटें देने का बागियों को दिल्ली से झुनझुना मिला है। बताया जाता है कि शिंदे गुट को ९ और दादा गुट को तीन से चार सीट दिए जाने का फॉर्मूला तय हुआ है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक शिंदे गुट के कुल ९ सीटों में से कुछ सीटों पर शिंदे गुट के प्रत्याशी ‘कमल’ पर चुनाव लड़ेंगे। केवल दो-तीन सीटों पर शिंदे गुट अपने चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ सकता है।
शाह ने दिया दादा-शिंदे को प्रस्ताव
अमित शाह के घर पर ढाई घंटे तक चली बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित थे। इस बैठक में अमित शाह ने शिंदे-दादा को दो प्रस्ताव दिए हैं। पहले प्रस्ताव में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भाजपा चार सौ सीटों का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए महाराष्ट्र में लोकसभा की ३७ सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इसके अलावा शिंदे गुट की कई सीटों पर भी कुछ प्रत्याशी ‘कमल’ चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। लोकसभा की एवज में विधान सभा चुनाव में भाजपा शिंदे-दादा गुट को वरीयता देगी, ऐसा लॉलीपॉप भाजपा ने दिया है।
शिंदे-दादा गुट में असंतोष
अमित शाह के इस प्रस्ताव के बाद शिंदे-दादा गुट में अंदर ही अंदर खलबली मची हुई है, लेकिन दोनों दलों के पास भाजपा के सिवाय कोई पर्याय नहीं बचा है। इसलिए भाजपा की शर्तें मानने के अलावा शिंदे-दादा गुट के पास कोई चारा नहीं है, ऐसा दावा भाजपा सूत्रों ने किया है। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान एकनाथ शिंदे का कहना था कि अगर कम सीटें मिलीं तो उन आरोपों को बल मिलेगा, जिसमें कहा जाता है कि शिंदे गुट भाजपा के कंट्रोल में है। वहीं अजीत पवार का भी मानना है कि १० से कम सीटें मिलीं तो उनके समर्थक और कार्यकर्ता नाराज हो सकते हैं, जिसका प्रतिकूल परिणाम चुनाव में पड़ सकता है। दादा के इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद आगामी महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में एकनाथ शिंदे गुट और अजीत पवार गुट को ज्यादा सीटें दी जाएंगी, यह बात कार्यकर्ताओं में बताने के बाद किसी भी प्रकार की कार्यकर्ताओं में नाराजगी नहीं रहेगी। शाह के इस जवाब के बाद शिंदे-दादा कोई सवाल नहीं उठा सके।

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