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गजब कारभार है : रेलवे का लापरवाह व्यापार है!… बेहोश यात्री को लगेज में पटका; हुई मौत

सामना संवाददाता / मुंबई
हार्बर रेलवे में एक हैरान करनेवाली घटना सामने आई है। रे रोड के प्लेटफॉर्म पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने वहां बेहोश हुए एक यात्री को इलाज मुहैया कराने की बजाय उसे एक लोकल के लगेज डिब्बे में पटक दिया, जिससे कुछ देर बाद उस यात्री की मौत हो गई। इस मामले की जांच के बाद अब दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना गत फरवरी की है। रे रोड स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज से इसका खुलासा हुआ। मृत यात्री शिवड़ी के शर्मा मास्टर चॉल निवासी अलाउद्दीन जहीरुद्दीन मुजाहिद (४७) था। उसका शव १६ फरवरी को गोरेगांव रेलवे स्टेशन पर लगेज डिब्बे में मिला था, जिसके बाद बोरिवली जीआरपी उसे अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम में मौत ब्रेन हैमरेज होने से होने की पुष्टि हुई।
जांच में पुलिस ने पाया कि अलाउद्दीन ने १५ फरवरी की दोपहर दो बजे के करीब शिवड़ी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म दो से सीएसएमटी की लोकल पकड़ी थी लेकिन अचानक उसकी तबीयत खराब होने पर वह रे रोड स्टेशन पर उतर कर बेंच पर बैठ गया लेकिन फिर वह नीचे गिर गया था। सुरक्षा में तैनात दोनों सिपाही वहां पहुंचे और हमाल को बुलाकर सीएसएमटी जाने वाली लोकल के लगेज डिब्बे में फेंक दिया। इस मामले मे पुलिस ने हमाल का बयान दर्ज करने पर पाया कि हमाल द्वारा बेहोश होने की जानकारी दी गई थी। इसके बावजूद दोनों पुसिवालों ने उसे लगेज डिब्बे में डालने को कहा था। पुलिस इस बात से पूरी तरह अनजान थी कि शव को सामान के डिब्बे में वैâसे और किसने डाला। मामले की जांच के दौरान हार्बर लाइन पर सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की गई तो मामले का खुलासा हुआ। अलाउद्दीन मुजाहिद एक दुकान में सेल्समैन के रूप में काम करता था। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी और पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया गया। गिरफ्तार दोनों कांस्टेबलों की पहचान महेश अंधाले और विजय खांडेकर के रूप में की गई और उन पर आईपीसी की धारा ३०४ (ए) (लापरवाही से मौत का कारण) और ३३४ (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया। दोनों पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्हें लगा कि वह आदमी या तो नशे में था या नशीली दवाओं का सेवन कर रहा था। एक अधिकारी ने स्वीकार किया कि हवलदारों ने संवेदनशीलता की पूरी कमी दिखाई और गैर-जिम्मेदाराना तरीके से व्यवहार किया।

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