सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा में सीटों के बंटवारे को लेकर महायुति के प्रमुख घटक दलों के बीच गुत्थी अभी भी नहीं सुलझी है। ऐसे में लोकसभा चुनाव को लेकर अभी तक कोई पैâसला नहीं होने के कारण महायुति के घटक दलों में खुसर-फुसर शुरू हो गई है। आरपीआई, पीआरपी के बाद अब प्रहार संगठन के विधायक बच्चू कडू ने लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने की चेतावनी देते हुए कहा है, ‘हमसे चर्चा होगी तो ठीक है, नहीं तो हम लोकसभा चुनाव लड़ने में समर्थ हैं।’
महायुति द्वारा लोकसभा सीटों के बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर बच्चू कडू ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा, ‘लोकसभा की दृष्टि से हम महायुति में हैं कि नहीं, यह इस समय भ्रमित करनेवाला सवाल है। हम अभी असमंजस में हैं। लोकसभा के लिए चर्चा होगी तो ठीक, नहीं तो हम मैदान में उतरेंगे। मेरा वोट कहां गया यह मुझे दिखना चाहिए, इसलिए हम प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में ३०० से ४०० उम्मीदवार खड़े करेंगे। इस तरह की चेतावनी बच्चू कडू ने दी।’
नाक कैसे दबानी है मुझे यह पता है
हम अपने स्थान पर स्वाभिमान से हैं। हमारी जब जरूरत होती है, तब चार फोन किए जाते हैं। विधान परिषद और राज्यसभा का जब चुनाव होता है, तो तब फोन करके पूछते हैं कि बच्चू कडू निकले क्या? उन्होंने कहा, ‘इसका अनुभव मैं २० साल से कर रहा हूं और मुझे पता है कि नाक वैâसे और किस मुद्दे के लिए दबानी है। हम इतने छोटे नहीं हैं कि खुद से चर्चा करें। हालांकि, हमारी पार्टी छोटी है, लेकिन सबसे बड़ी सूची हमारी पार्टी के उम्मीदवारों की होगी। हमने किसी से बात नहीं की है। हम मुख्यमंत्री शिंदे के साथ हैं, लेकिन अब इस मामले में भाजपा को पहल करनी चाहिए। यदि नहीं, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है।’ बच्चू कडू ने आरोप लगाया कि भाजपा का छोटे दलों के साथ सही तरीके से व्यवहार न करने का इतिहास रहा है।
हमें बैलेट देखने के लिए मिलना चाहिए
‘अगर चुनाव बैलेट पेपर पर होगा तो हम समझेंगे कि हम जीत गए। हम समझेंगे लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए प्रहार की भूमिका अहम हो गई है। हमारा भरोसा हमारे कार्यकर्ताओं पर है। कपास का विषय, घरकुल का विषय महत्वपूर्ण है। हमारा बैलेट हमें देखने के लिए मिलना चाहिए।’ बच्चू कडू ने कहा कि यह अधिकार अबाधित रहना चाहिए, यह अभियान हम चलाएंगे।