-ज्ञानेश और सुखबीर होंगे नए चुनाव आयुक्त
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय की पिछले महीने सेवानिवृत्ति और अरुण गोयल के शुक्रवार को अचानक इस्तीफे से निर्वाचन आयुक्तों के दो पद रिक्त हो गए थे। अब लोकसभा और विधानसभा चुनाव के सिर पर आते ही आननफानन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा बैठक में पीएम के मनपसंद सदस्यों पर मुहर लग गई है। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू देश के अगले चुनाव आयुक्त होंगे।
बता दें कि पहले यह बैठक १५ को यानी आज शाम ६ बजे होनी थी, लेकिन यह एक दिन पहले ही आयोजित की गई। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी इस बैठक में शामिल हुए थे। केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय पर अधीर रंजन ने कई सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए चीफ जस्टिस को शामिल नहीं किया गया। उनकी जगह पर गृहमंत्री अमित शाह बैठक में शामिल हुए। सरकार जो चाहेगी, वही होगा। रंजन ने कहा कि उन्हें चुनाव आयुक्त के लिए २१२ नामों की लिस्ट दी गई थी। उन्होंने पहले ही नामों की छोटी सूची मांगी थी, ताकि वो जांच कर सकें, मगर वह मौका उन्हें नहीं मिला। एक दिन पहले रात में लिस्ट दी गई। इतने कम समय में इतने नामों की जानकारी जुटाना उनके लिए संभव नहीं था।
अधीर रंजन ने उठाए सवाल
अधीर रंजन चौधरी ने नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि समिति के सामने कुल ६ नाम रखे गए थे। इनमें से २ नामों पर मुहर लगाई गई। अधीर रंजन ने चयन समिति में भारत के मुख्य न्यायाधीश की जगह एक केंद्रीय मंत्री को शामिल करने वाले कानून को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीजेआई को इस समिति में होना चाहिए था। पिछले साल सरकार एक कानून लेकर आई थी। अब यह केवल एक औपचारिकता बनकर रह गया है। सरकार जो चाहती है, वही हो रहा है।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव हैं संधू
पूर्व आईएएस अधिकारी सुखबीर संधू को जुलाई २०२१ में उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। १९८८ बैच के आईएएस अधिकारी संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे। गौरतलब है कि संधू पिछले साल ३० सितंबर को उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, लेकिन उन्हें ३१ जनवरी, २०२४ तक विस्तार दिया गया था।
सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हो चुके हैं ज्ञानेश कुमार
ज्ञानेश कुमार कुछ दिनों पहले सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए थे। उन्होंने मंत्रालय के गठन के समय से लेकर अब तक कार्य किया था। सहकारिता मंत्रालय के गठन से लेकर अब तक उसकी कार्यप्रणाली वैâसे देशभर में लागू हो रही है, इसमें ज्ञानेश कुमार ने अहम योगदान किया है। उससे पहले ज्ञानेश कुमार गृह मंत्रालय में जॉइंट सक्रेटरी (कश्मीर डिविजन) थे। जम्मू-कश्मीर से ३७० हटाने के वक्त ज्ञानेश कुमार ही गृह मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी थे। इसके बाद वो प्रमोशन पाकर एडिशनल सेक्रेटरी भी बने।