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तंबाकू बना काल!…पुलिस कांस्टेबल को खैनी नहीं मिलने पर अध्यापक को मारी गोली

उमेश गुप्ता / वाराणसी

मुजफ्फरनगर जनपद में देर रात वाराणसी से यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर पहुंची टीम में शामिल एक पुलिस कांस्टेबल ने किसी मामूली बात को लेकर एक अध्यापक को गोलियों से भून डाला था। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल अध्यापक को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।
जिसके बाद पुलिस ने मृतक अध्यापक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाकर टीम में शामिल सभी लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक, आरोपी कांस्टेबल शराब के नशे में था और वह रात के समय मृतक अध्यापक से तंबाकू की मांग कर रहा था, जिस पर तंबाकू न देने पर आरोपी पुलिसकर्मी ने इस घटना को अंजाम दे डाला। दरअसल, 14 मार्च को वाराणसी से एक टीम यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर अन्य जनपदों में स्थित कॉलेज में जमा करने के लिए निकली थी, जिसमें अध्यापक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार और पुलिस कार्ड में उप निरीक्षक नागेंद्र चौहान, मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश के साथ दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप शामिल थे। यह टीम प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद और बिजनौर में कॉपियां उतार कर रविवार की देर रात मुजफ्फरनगर जनपद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित एसडी इंटर कॉलेज पर पहुंची थी, लेकिन कॉलेज का गेट बंद होने के चलते यह टीम रात के समय गाड़ी में ही आराम कर रही थी।
बताया जा रहा है कि इसी दौरान टीम में शामिल पुलिस कांस्टेबल चंद्रप्रकाश द्वारा अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू की मांग की गई, जिस पर तंबाकू न देने के चलते शराब के नशे में चूर कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने अपनी कार्बाइन से अध्यापक धर्मेंद्र पर फायरिंग कर दी, जिसमें कई गोलियां लगने से अध्यापक धर्मेंद्र कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायल अध्यापक धर्मेंद्र कुमार को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान अध्यापक धर्मेंद्र कुमार को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने जहां अध्यापक धर्मेंद्र कुमार के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया तो वहीं टीम में शामिल सभी लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। इस घटना के विरोध में वाराणसी के शिक्षकों में जबरदस्त रोष व्याप्त है। शिक्षकों ने बोर्ड की कॉपी जांचने का कार्य ठप कर प्रदर्शन किया और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त करवाई की मांग की।
इस घटना के संदर्भ में एसपी सिटी मुजफ्फरनगर सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि  17/18 मार्च 2024 की रात्रि में लगभग 1.45 पर थाना सिविल लाइन को सूचना प्राप्त हुई कि एसडी इंटर कॉलेज के सामने एक धर्मेंद्र नामक युवक को गोली लगी है। इस सूचना पर थाना पुलिस द्वारा तुरंत मौके पर पहुंच जब जानकारी की गई तो यह प्रकाश में आया कि जनपद वाराणसी से यूपी हाई स्कूल की जो कॉपी होती है वह जमा कराने के लिए एक टीम जनपद वाराणसी से दिनांक 14 मार्च को चली थी, जिसमें दो अध्यापक, दो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी एवं सुरक्षा गार्ड में एक सब इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबल तैनात थे। वहीं इसके अलावा ड्राइवर और कंडक्टर थे। यह लोग अलग-अलग जनपदों में कॉपीया वितरित करते हुए आज देर शाम जनपद मुजफ्फरनगर पहुंचे थे और यहां एसडी इंटर कॉलेज में इनको कॉपी जमा करनी थी तो यहां पर एसडी इंटर कॉलेज का गेट बंद होने की वजह से यह सभी लोग अपनी गाड़ी बाहर खड़ी करके विश्राम कर रहे थे, इसमें शामिल एक हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश द्वारा जो धर्मेंद्र नामक व्यक्ति है, ये इनके साथ सो रहे थे और उन्हें बार-बार सोने से परेशान किया जा रहा था, क्योंकि यह बार-बार तंबाकू भी मांग रहा था। वही साथ में जो लोग हैं उन्होंने यह बताया है कि यह शराब के नशे में भी था। धर्मेंद्र ने जब इस बात पर आपत्ति जाहिर की तो चंद्र प्रकाश के द्वारा इस पर अपने कार्बाइन से फायर खोल दिया गया, जिसमें इसको कई राउंड गोलियां लगी हैं। अध्यापक को तुरंत जिला अस्पताल भिजवाया गया, जहां पर डॉक्टरों की टीम ने इनको मृत घोषित कर दिया। जिनके शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। इनके परिजनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर यह ज्ञात हुआ कि जो मृतक धर्मेंद्र हैं यह जनपद चंदौली के रहने वाले हैं और उनके परिजनों को सूचना कर दी गई है। इसके अतिरिक्त फील्ड यूनिट की टीम द्वारा मौके से सक्य-संकलन के साथ कार्रवाई की जा रही है तथा उच्च अधिकारियों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। साथ ही परिजनों से प्राप्त तहरीर के आधार पर अग्रिम विधिक़ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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