मुख्यपृष्ठनए समाचारजप्त पड़े वाहन बन रहे हैं ‘बम’! ...खतरे की जद में पुलिस...

जप्त पड़े वाहन बन रहे हैं ‘बम’! …खतरे की जद में पुलिस स्टेशन

सोया पड़ा है पुलिस प्रशासन
सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे मनपा स्थित कलवा में एक स्क्रैप यार्ड में अचानक आग लग गई। इसका असर स्थानीय लोगों पर भी देखने मिला था। विभिन्न अपराधों में पुलिस द्वारा जप्त किए गए वाहन शहर के पुलिस स्टेशन परिसर में रखे गए हैं। इसके अलावा दस साल से अधिक पुराने करीब ३५० पुलिस वाहन भी कबाड़ में पड़े हैं। इन जप्त वाहनों में कभी भी भीषण आग लग सकती है। ये वाहन वर्तमान में किसी ‘बम’ से कम नहीं है। इसके बावजूद ठाणे पुलिस प्रशासन और सरकार क्या कर रही हैं? ऐसा सवाल भी किया जा रहा हैं।
बता दें कि नो पार्किंग और लावारिस वाहनों को ठाणे शहर ट्रैफिक पुलिस शाखा द्वारा खींच लिया जाता है। जुर्माना भरने के बाद इन वाहनों को संबंधित वाहन मालिक को वापस दे दिया जाता है, वहीं ऐसे वाहन ट्रैफिक पुलिस शाखा कार्यालय में महीनों तक पड़े रहते हैं, क्योंकि जुर्माने की राशि कभी-कभी वाहन के मूल्य के बराबर होती है। ट्रैफिक शाखा ने बताया कि उन्होंने जुर्माना राशि अदा कर वाहन ले जाने या लोक अदालत में समझौता करने की भी अपील की है।
पुलिस भी हुई शर्मिंदा…
विभिन्न अपराधों में जप्त किए गए वाहनों को अदालती प्रक्रिया पूरी किए बिना नीलाम नहीं किया जा सकता। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद कोर्ट की ओर से वाहनों को ले जाने की अनुमति दे दी जाती है। हालांकि, ९० प्रतिशत वाहन ऐसे ही पड़े रहते हैं, क्योंकि उन्हें उनके मालिकों द्वारा वापस नहीं लिया जाता है। एक अधिकारी ने कहा, इसलिए ‘पुलिस को भी इस दुविधा का सामना करना पड़ता है, ऐसे वाहनों का क्या किया जाए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नीलामी एमएसटीपी (मेटल स्वैंâप ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन) के माध्यम से होगी। पुलिस आयुक्त कार्यालय के बगल में, मोटर परिवहन विभाग के बगल में और खारेगांव दत्तवाडी क्षेत्र में खुले मैदान में ऐसे कबाड़ हुए वाहन हैं।
इस जगह पर है गाड़ियों का ढेर…
विभिन्न अपराधों में पुलिस द्वारा जप्त किए गए वाहनों को पुलिस स्टेशन परिसर में रखा जाता हैं। ठाणे स्थित नौपाड़ा, वर्तकनगर, कलवा, मुंब्रा, कोपरी, वागले एस्टेट, कासरवड़वली, श्रीनगर और कापूरबावड़ी आदि पुलिस स्टेशनों में भंगार और जप्त किए गए वाहन रखे गए हैं।

अन्य समाचार