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गुजरात और दिल्ली से औरंगजेबी प्रवृत्ति …महाराष्ट्र पर हमला कर रही है! … संजय राऊत का जोरदार हमला

सामना संवाददाता / बुलढाणा
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी की भव्य जनसंवाद सभा बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र के सिंदखेड़राजा में हुई। इस सभा में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने जोशीला भाषण देकर शिवसैनिकों में जोश भर दिया। महाराष्ट्र ही नहा,R बल्कि देश की नजर से बहुत ही पवित्र स्थान पर शिवसेना की सभा हो रही है। इस सभा के लिए पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे मौजूद हैं। जिस राजमाता ने छत्रपति शिवाजी महाराज को जन्म दिया, उस जिजाऊ मां साहेब के जन्मस्थल पर जाकर दर्शन किए,  यह स्थान अत्यंत पवित्र है। यह सिर्फ महल नहीं बल्कि यह महाराष्ट्र का, इस हिंदुत्व का, इस हिंदवी स्वराज्य का तीर्थ स्थल है। इस तीर्थ क्षेत्र में कभी भी विश्वासघात का बीजारोपण नहीं होगा। गद्दारों को यहीं दफनाया जाएगा। यहां बेईमानों के लिए कोई जगह नहीं है। यह इस तरह की पवित्र मिट्टी और पवित्र भूमि है ऐसा कहते हुए शिवसेना सांसद संजय राऊत ने गद्दारों पर हमला बोला।
छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र के छत्रपति हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक बनने से पहले बाल शिवाजी के कदमों के निशान इस भूमि पर हैं। छत्रपति शिवाजी राजे को किसने बनाया? कई लोग श्रेय लेते हैं, लेकिन इन्हें बनाने वाली राजमाता जिजाऊ माता थीं। इसे पूरा देश और दुनिया स्वीकार करती है। ऐसी पवित्र माता की जन्मभूमि पर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर हम सबने मिलकर शिवसेना के स्वाभिमान का भगवा ध्वज फहराया। कुछ लोगों ने उस भगवा ध्वज को कलंकित करने का काम किया। मुझे यकीन है, हम सब संकल्प के साथ, इस शिवराय की मिट्टी को किसने कलंकित किया, उन्हें इसी मिट्टी में दफनाए बिना नहीं रहेंगे, ऐसा हमला  संजय राऊत ने इस दौरान बोला।
संजय राऊत ने कहा कि मुझे याद है कि जब उद्धव ठाकरे साहेब मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने सिंदखेड़राजा के विकास के लिए विशेष प्रयास किया था। हम उसी मातृतीर्थ पर एकत्रित हुए हैं। इस मिट्टी का महत्व यह है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म इसी मिट्टी में हुआ था, यही महाराष्ट्र का इतिहास है। जो लोग आज महाराष्ट्र चलकर आ रहे हैं, वे गुजरात के शासक मोदी या शाह होंगे। महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज का जन्म हुआ और औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ था। गुजरात में जहां मोदी का जन्म हुआ, उसके पास ही दाहोद नामक एक गांव है। औरंगजेब का जन्म वहीं हुआ था इसलिए यह औरंगजेबी रवैया गुजरात और दिल्ली से लेकर इस महाराष्ट्र और शिवसेना के खिलाफ, हमारे आत्मसम्मान के खिलाफ है, ऐसा जोरदार हमला संजय राऊत ने किया।
जो-जो इस महाराष्ट्र में आए, जिन्होंने महाराष्ट्र के स्वाभिमान, हिंदवी स्वराज्य पर हमला करने की कोशिश की। चाहे औरंगजेब हो, शाहिस्ता खान हो, अफजल खान हो, इन सभी को महाराष्ट्र की मिट्टी में दफनाए जाने का इतिहास है। संजय राऊत ने कहा कि तो अब भी अगर कोई इस सोच के साथ इस महाराष्ट्र पर हमला करने वाला है तो ये छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र है। जिस शिवसेना की स्थापना छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों से हुई थी, उस शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे हैं उस शिवसेना को हम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में आगे बढ़ा रहे हैं। याद रखें… महाराष्ट्र पर हमला करने की कोशिश न करें। इस महाराष्ट्र को खत्म करने का काम चल रहा है। शिवसेना पर हमला किया गया। शिवसेना के दो टुकड़े किए गए, क्योंकि वे महाराष्ट्र में स्वाभिमानी मराठी लोगों को खत्म करना चाहते हैं। महाराष्ट्र को बेच देना चाहते हैं, मुंबई को बेच देना चाहते हैं। इसे उद्योगपतियों की झोली में डालना चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि ऐसा हो। जब तक शिवसेना है, छत्रपति शिवाजी महाराज के हिंदू स्वराज्य के सपने को शिवसेना आगे बढ़ाएगी। हिंदवी स्वराज्य के सपने को तोड़ने के लिए पहले शिवसेना को तोड़ा जाए, फिर महाराष्ट्र को तोड़ा जाए, मुंबई को तोड़ा जाए, इस तरह की साजिश दिल्ली और गुजरात के लोगों ने की है। संजय राऊत ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हमें उनका सामना करना होगा, संघर्ष करना होगा और उन्हें पीछे धकेलना होगा।

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