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केजरीवाल की गिरफ्तारी, केंद्र की बड़ी साजिश!

-लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मानी हार विपक्ष का कड़ा प्रहार

सामना संवाददाता / नई दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। इस पर विपक्ष के नेताओं ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा देश में लोकतंत्र समाप्त कर देना चाहती है।
आम आदमी पार्टी समेत `इंडिया’ गठबंधन के सभी दल भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर हो गए हैं और इस गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। आप का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री केजरीवाल की रिहाई नहीं हो जाती है तब तक उनका यह अभियान जारी रहेगा। विपक्ष ने केंद्र सरकार पर बड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को अपने हार की चिंता सता रही है यही वजह है कि वह सरकारी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को कमजोर करने पर तुली हुई है और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी इसीका एक बड़ा और ताजातरीन उदाहरण है। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र पर बड़ा हमला करार दिया है। आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के पीछे एक भाजपा की `बड़ी साजिश’ थी। पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि `आप’ को झुकाने के लिए भाजपा किसी भी स्तर तक गिर सकती है। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की बड़ी साजिश रची गई है। दिल्ली और पंजाब में किए गए शानदार काम की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि केजरीवाल के शरीर को गिरफ्तार किया जा सकता है लेकिन केजरीवाल की सोच को नहीं।
गद्दी पर बैठा `तानाशाह’डरपोक आदमी है
सत्यपाल मलिक ने एक्स पर लिखा, `मैंने आज से लगभग १० महीने पहले एक इंटरव्यू में बता दिया था कि ये मोदी सरकार अरविंद केजरीवाल को चुनाव से पहले गिरफ्तार करेगी। गद्दी पर बैठा तानाशाह डरपोक आदमी है, जो देश की सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रहा है। आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी करके मोदी सरकार ने अपने ताबूत में आखिरी कील ठोक ली। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सत्यपाल मलिक के घर पर भी सीबीआई की टीम पहुंची थी। जम्मू-कश्मीर में एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के ठेके में गड़बड़ी के मामले में टीम उनके घर पर पहुंची थी। उस दौरान सत्यपाल मलिक अस्पताल में एडमिट थे। इसे उन्होंने उत्पीड़न करार दिया था और आरोप लगाया था कि उनके स्टाफ को भी परेशान किया जा रहा है।
‘चुनाव नतीजों से घबराई भाजपा,अबकी बार…सत्ता के बाहर’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे लेकर एक्स पर लिखा, ‘रोज जीत का झूठा दंभ भरनेवाली अहंकारी भाजपा, विपक्ष को हर तरह से चुनाव के पहले गैर कानूनी तरीके से कमजोर करने की कोशिश कर रही है। विपक्षी पार्टियों के नेताओं को ठीक चुनाव से पहले निशाना नहीं बनाया जाता। सच यह है कि भाजपा आनेवाले चुनाव परिणाम से पहले ही डर गई है और बौखलाहट में विपक्ष के लिए हर तरह की मुश्किलें पैदा कर रही है।’
राहुल का वार- ‘डरा हुआ तानाशाह’!
कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है। मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्जा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट प्रâीज करना भी ‘आसुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है। ‘इंडिया’ इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।’

मेरा जीवन देश को समर्पित
दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पहला बयान आया है। ईडी की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में अरविंद केजरीवाल ने कहा, `मेरा जीवन देश को समर्पित है।’ ईडी ने दिल्ली शराब नीति मामले में शुक्रवार को दिल्ली के सीएम को ​राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। मालूम हो कि गुरुवार रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में ईडी मुख्यमंत्री केजरीवाल को ९ समन भेजने के बाद, गुरुवार को १०वां समन लेकर खुद ही पहुंची और लगभग दो घंटे चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में सबसे पहला समन ईडी ने बीते साल २ नवंबर २०२३, दूसरा १८ दिसंबर २०२३, तीसरा समन ३ जनवरी २०२४, चौथा १८ जनवरी, पांचवा २ फरवरी, छठा १९ फरवरी, सातवां २६ फरवरी, आठवां ४ मार्च और नौवां समन १७ मार्च को भेजा था।
बवाल, प्रदर्शन फिर हिरासत…
दिल्ली पुलिस ने आतिशी और सौरभ भारद्वाज को हिरासत में लिया
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिल्ली आबकारी नीति २०२१-२२ में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने वैâबिनेट मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने दोनों मंत्रियों को पुलिस की एक बस में बिठा दिया। आईटीओ पर पार्टी के कई नेता और समर्थक आप और भाजपा के कार्यालयों के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इलाके में धारा १४४ लागू होने का हवाला देते हुए पुलिस ने उन्हें वहां से चले जाने के लिए कहा। आप के समर्थकों ने भाजपा नीत केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सौरभ भारद्वाज ने कहा, `हम सुप्रीम कोर्ट के सामने कहेंगे कि अरविंद केजरीवाल को अपने वकील और परिवार से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए और उन्हें अपना आधिकारिक काम भी करने की अनुमति दी जानी चाहिए। केजरीवाल के परिवार को नजरबंद कर दिया गया है।’
देश में अघोषित इमरजेंसी
पंजाब के मुख्यमंत्री और आप नेता भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि देश में अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है। उन्होंने कहा कि देश में जो कई सालों से माहौल चल रहा है, एजेंसीज को हथियार और एक टीम की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। विपक्ष का कोई भी नेता अगर भाजपा के जुल्म के खिलाफ बोलता है तो उसके घर एजेंसीज आना शुरू कर देती हैं। उन्होंने कहा कि देश में अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल कोई भी काम करते हैं, तो ये टांग अड़ाते हैं। पंजाब का फंड रोका हुआ है। हमें सरकार चलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ता है।

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