मुख्यपृष्ठस्तंभउत्तर की उलटन-पलटन : सम्राट का बैड टेस्ट!

उत्तर की उलटन-पलटन : सम्राट का बैड टेस्ट!

श्रीकिशोर शाही

िंहदुस्तान में सम्राटों का एक लंबा-चौड़ा इतिहास रहा है। इनमें भी सम्राट अशोक, सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट हर्षवर्धन, सम्राट कृष्णदेव राय, सम्राट भरत, सम्राट विक्रमादित्य आदि का नाम काफी सम्मान से लिया जाता है। इन सम्राटों में, `सम्राटों के सम्राट’ कहे जाने वाले सम्राट अशोक सबसे ऊपर हैं। सम्राट अशोक मगध साम्राज्य के सम्राट थे। ३०० ईस्वी पूर्व में सम्राट अशोक का शासन अफगानिस्तान से लेकर बर्मा तक और कश्मीर से लेकर दक्षिण तक पैâला हुआ था। उन्हें चक्रवर्ती सम्राट भी कहा जाता है। सम्राट अशोक ने जहां भी अपनी विजय गाथा लिखी वहां उन्होंने अपना एक स्तंभ लगवा दिया था, जिसे आज अशोक स्तंभ के नाम से जाना जाता है। आज भी देश के कई हिस्सों में अशोक स्तंभ विराजमान हैं। सम्राट अशोक की राजधानी पाटलिपुत्र थी। इसी पाटलिपुत्र का नाम वर्तमान में पटना है। वर्तमान काल में भारत गणराज्य के अंतर्गत बिहार राज्य की राजधानी है पटना। इसी पटना में इन दोनों में एक सम्राट काफी एक्टिव हैं। मीडिया में अक्सर उनके बयान चलते रहते हैं। यह हैं बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी।
कुछ दिनों पहले ही बिहार में सत्ता की उलट-पलट हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थामा और इसके बाद सम्राट चौधरी बिहार के उपमुख्यमंत्री बनाए गए। वैसे तो बिहार के लिए नीतिश कुमार की उलट-पलट कोई नई बात नहीं है। पहले वाली भाजपा के साथ वाली सरकार में सुशील कुमार मोदी उपमुख्यमंत्री हुआ करते थे। अब यह जिम्मेदारी सम्राट के पास आ गई है। सम्राट अपने तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं, मगर ऐसा भी क्या बयान कि चारों तरफ से थू-थू होने लगे। दरअसल, हाल ही में राजद की तरफ से लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य को टिकट देने की घोषणा हुई है। इसमें नया कुछ भी नहीं है। लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती पहले से ही संसद में हैं। दोनों बेटे भी पॉलिटिक्स में हैं। पत्नी राबड़ी देवी भी सीएम रह चुकी हैं। सो एक और बेटी अगर पॉलिटिक्स में आ गई तो इसमें दुनिया का सातवां अजूबा जैसा कुछ भी नहीं है। मगध सम्राट तो ठहरे सम्राट, सो उन्होंने एक बैड टेस्ट का बयान दे डाला। अब उन्होंने जो कहा उसे हम यहां शब्दशह रख रहे हैं। सम्राट ने कहा, `लालू जी टिकट बेचने में माहिर खिलाड़ी हैं। टिकट बेचने के मामले में उन्होंने अपनी बेटी तक को नहीं छोड़ा। पहले उससे किडनी लिया फिर उसको टिकट दिया।’
यह तो सभी जानते हैं कि लालू प्रसाद की किडनी खराब हो गई थी और उनकी बेटी ने उन्हें अपनी किडनी दान की है, पर उसे टिकट से जोड़ना काफी हास्यास्पद है। ऐसा लगता है मानो लालू परिवार के सभी पॉलिटिकल सदस्यों ने लालू के लिए कुछ न कुछ किया था, जिसके बदले उन्हें टिकट मिला। सम्राट के ट्विटर पर काफी फॉलोअर्स हैं और ऊपर के बयान सम्राट ने ट्विटर पर खुद पोस्ट किए हैं। बयान पोस्ट करने के बाद करीब ढाई हजार लोगों ने कमेंट किया है। कहना न होगा कि काफी सारे लोगों ने सम्राट की क्लास लगाई है। राजनीति में उठा-पटक और आरोप-प्रत्यारोप के दौर चलते रहते हैं, मगर कुछ चीजें काफी बैड टेस्ट की होती हैं। यह गाली नहीं होती, न ही कोई कानूनी अपराध, मगर कानों को सुनना काफी बुरा लगता है। इसे बोलनेवाला व्यक्ति अपनी गरिमा को गिरा लेता है। ऐसा नहीं है कि सम्राट राजनीति के कोई नए खिलाड़ी हैं और लालू से उनका कोई नाता न रहा हो। उनके पिता शकुनी चौधरी बिहार के काफी मंझे हुए राजनीतिज्ञ रहे हैं। उसमें भी वे एक समय लालू प्रसाद के काफी करीबी थे। सम्राट भी राजद में रह चुके हैं और उनके करियर की शुरुआत भी राजद के आस-पास ही हुई है। ऐसे में उन्हें थोड़ा सोच-समझकर बोलना चाहिए था। पिता-पुत्री के रिश्ते पर अनर्गल कमेंट करने से बचना चाहिए। राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तो चलता रहता है, मगर पारिवारिक रिश्ते पर आरोप-प्रत्यारोप करना बताता है कि `जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।’

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