• खारभूमि में पुनर्वसन के नाम पर झोपड़पट्टीवासियों को बेघर करने का षड्यंत्र
• भाजपा की साजिश का आदित्य ठाकरे ने किया भंडाफोड़
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई को झोपड़पट्टी मुक्त करने के नाम पर गरीबों, जरूरतमंदों और मेहनतकशों को बेघर करके पुनर्विकास के नाम पर खार भूमि को भाजपा के मित्र के गले में डालने की साजिश की जा रही है। इस तरफ का सनसनीखेज आरोप कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ भी हो पुनर्विकास में झोपड़पट्टीवासियों को जहां हैं, उसी स्थान पर घर मिलना चाहिए। इस तरह की स्पष्ट भूमिका रखते हुए मुंबई को क्या चाहिए, वह मुंबईकर ही तय करेंगे, दिल्ली नहीं। इन शब्दों में आदित्य ठाकरे चेतावनी भी दी है।
उत्तर मुंबई संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार पीयूष गोयल ने हाल में मुंबई को झोपड़पट्टी मुक्त करने के लिए सभी झोपड़ावासियों को खारभूमि में आवास देने की संकल्पना को एक साक्षात्कार में रखा। ‘मातोश्री’ निवास स्थान पर पत्रकार परिषद लेकर आदित्य ठाकरे ने इस पर जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि मुंबई की खारभूमि को भाजपा मित्रों के गले में डाला जा रहा है, जबकि मुंबई में गरीब जनता इलेक्ट्रोरल बॉन्ड खरीद नहीं सकती है, इसलिए उन्हें बेघर करने की साजिश चल रही है। इस तरह की नीति भाजपा की है। साल २०२२ में भाजपा की तरफ से सभी को आवास देने की घोषणा की गई थी। साल २०१७ के चुनाव से पहले झोपड़पट्टियों में फार्म भी बांटे गए थे। उसके आगे क्या हुआ? उन्होंने कहा कि इसमें से एक को भी अभी तक घर नहीं मिला है। उन्होंने भंडाफोड़ करते हुए कहा कि धारावी और जुहू परिसर के लिए हुई घोषणाएं भी फर्जी निकलीं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हर भूमि में आवासों का निर्माण करने पर पर्यावरण को भी क्षति पहुंचेगी। इसलिए पीयूष गोयल की यह भूमिका गरीबों के लिए घातक है। इस बीच कोरोना काल में कर्फ्यू लगते ही अन्य राज्यों के श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए ट्रेनें छोड़ने की मांग भी हमने की थी, लेकिन तत्कालीन रेलवे मंत्री गोयल ने हमारी इस मांग को अनसुना कर दिया। इसके बाद स्थिति भयानक हो गई। मरीज बढ़ गए। श्रमिकों को परेशानियां झेलनी पड़ी। उस दौरान महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के मार्गदर्शन में काम शुरू करते हुए इन श्रमिकों को संबल देने का कार्य भी किया गया।
भाजपा का नारा गरीबी हटाओ नहीं तो गरीब हटाओ
आदित्य ठाकरे ने कहा कि झोपड़पट्टियों में रहनेवाले गरीबों का छोटा बड़ा व्यवसाय उसी स्थान पर रहता है। रोजगार और नौकरियां भी नजदीक होते हैं। देश के विकास में उनके प्रमुख हिस्सा होता है। उन्हें यदि खारभूमि में ले जाकर छोड़ दिए, तो उनका व्यवसाय डूब जाएगा। इसलिए जहां झोपड़पट्टी, वहीं पर आवास मिलना चाहिए। इस तरह की जोरदार मांग करते हुए आदित्य ठाकरे ने भाजपा की भूमिका का निषेध किया। गोयल की घोषणा के कारण भाजपा के भीतर चल रही सच्चाई सामने आई है। भाजपा का नारा गरीबी हटाओ, नहीं तो गरीब हटाओ है। इस तरह का जोरदार हमला आदित्य ठाकरे ने किया।
मुंबई के विकास में पैदा किया रोड़ा
कांजूरमार्ग में मेट्रो कार शेड निर्माण को लेकर महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में पैâसला लिया गया था। उस समय केंद्र ने नामंजूर करते हुए मुंबई के विकास में रोड़ा डालने का काम किया, जबकि अपनी सत्ता आते ही कांजूरमार्ग में ही मेट्रो कारशेड तैयार करने का पैâसला ले लिया। इस पर भी उन्होंने तंज कसा। उन्होंने कहा कि पिछले १० सालों से मुंबई का केवल अपमान करने का काम केंद्र की तरफ से चल रहा है। यहां जो अच्छा है उसे राज्य से बाहर ले जाने और मुंबई का अपमान शुरू है।
भारत के विकास में गरीबों और झोपड़पट्टीवासियों का सर्वाधिक हिस्सा है। चुनाव जीतने के बाद खारभूमि में भेजने की भाजपा की साजिश है। फिलहाल, इस तानाशाही को हम नहीं चलने देंगे।
आदित्य ठाकरे, शिवसेना नेता