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सिटीजन रिपोर्टर : असुरक्षित है पादचारी पथ

उल्हासनगर
उल्हासनगर मनपा प्रशासन की अनदेखी के चलते पैदल चलनेवाले लोगों के लिए सुरक्षित समझा जानेवाला पादचारी मार्ग असुरक्षित बनता जा रहा है। यही कारण है कि उल्हासनगर में पैदल चलनेवाले लोग सड़क पर चलने को मजबूर हैं। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर प्रवीण फोडसे ने उल्हासनगर के पादचारी पथ की दुर्दशा को बयां किया है।
प्रवीण फोडसे ने बताया कि उल्हासनगर में मनपा क्षेत्र में मनपा प्रशासन की अनदेखी का ही नतीजा है कि उल्हासनगर का सारा कारोबार रामभरोसे चलता दिखाई दे रहा है। उल्हासनगर मनपा प्रशासन ने बड़े-बड़े अधिकारी रखे हैं। इसके बावजूद अधिकारी अपने कर्तव्य से विमुख होते दिखाई दे रहे हैं। उल्हासनगर के घटिया कार्य इस बात का गवाह बन रहे हैं कि अधिकारी केवल वेतन व अन्य तरह की वैध, अवैध सुविधाओं का उपभोग करने में लगे हैं। उल्हासनगर में सबसे अधिक पादचारी लोगों की दुर्दशा है। लोगों को चलने के लिए बनाए गए पादचारी पथों पर लोगों का अवैध कब्जा है। मनपा की अनदेखी के चलते लोग असुरक्षित हैं। पादचारी पथ पर कब्जा किए जाने के कारण लोगों को सड़क पर चलना पड़ रहा है। प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है कि कल्याण से मुरबाड जानेवाले राष्ट्रीय महामार्ग पर बनाए गए मार्ग सुरक्षा की बजाय असुरक्षा का संकेत दे रहे हैं।
बता दें कि कल्याण-मुरबाड मार्ग पर उल्हासनगर क्षेत्र में आनेवाले पादचारी पथ, जिसके नीचे से नाली बनाई गई है उसमें से सड़क का पानी मानसून के समय बहता है। जगह-जगह पर पीवीसी (फाइबर/प्लास्टिक) के ढक्कन लगाए गए हैं। मार्ग पर पोल खड़ा करने के लिए कील लगाई गई हैं। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि मार्ग के बीच में बिजली का पोल खड़ा किया गया है। मनपा के पर्यावरण विभाग ने वर्टिकल गार्डन के लिए पेड़ लगाने के लिए गड्ढे खोद रखे हैं। मूत्री केबिन सफाई न होने के कारण हर तरफ दुर्गंध पैâला रही है। पादचारी पथ पर योगा करने के लिए यंत्र भी लगाए गए हैं। पान और मोबाइल की भी दुकान लगी हैं। पादचारी पथ पर मछलियां बेची जाती हैं। अब सवाल यह है कि पादचारी पथ पर तरह-तरह से कब्जा किए जाने के कारण लोग पादचारी पथ पर चलें तो चलें कैसे?
क्या स्थानीय पुलिस, यातायात पुलिस, उल्हासनगर के पथ निर्मूलन विभाग, प्रभाग एक में बैठे प्रभाग के सहायक आयुक्त के दस्ते को यह सब दिखाई नहीं देता? लोगों की इन परेशानियों को दूर करने में विभाग फेल साबित हो रहा है।

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