अरुण कुमार गुप्ता
उत्तर प्रदेश की बरेली सीट से संतोष गंगवार का टिकट कटने के बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा उफान पर है। खबर है कि चुनाव प्रचार करने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को कार्यकर्ताओं ने बंधक बना लिया और नारेबाजी की। असल में इस बार भाजपा ने बरेली सीट से छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है। पिछले विधानसभा चुनाव में तो वे हारे थे, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन पर दांव चल दिया है। भाजपा का ये दांव पार्टी कार्यकर्ताओं को रास नहीं आया है। उन्हें ये बात समझ नहीं आ रही कि आठ बार के सांसद संतोष गंगवार का टिकट पार्टी ने इस बार क्यों काटा और एक हारे हुए प्रत्याशी पर क्यों भरोसा जताया। अब नाराज कार्यकर्ताओं को ऐसा लगता है कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की इसमें बड़ी भूमिका है। उनकी वजह से ही संतोष गंगवार का टिकट काटा गया है, इसी वजह से जब भूपेंद्र चौधरी नाराज कार्यकर्ताओं से मिलने संतोष गंगवार के निवास पर पहुंचे थे, तब वहां पर भीड़ ने उन्हें घेर लिया और जमकर नारेबाजी की।
भाजपा के कार्यक्रम में रालोद बैन
लोकसभा के चुनावी समर में प्रत्याशी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर आए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा ने रालोद के साथ ताल ठोकी है। शीर्ष स्तर पर दोनों दलों के नेता हाथ मिलाते एक मंच पर नजर आ रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थितियां अलग हैं। मेरठ से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल के रोड शो में भी कहीं साझा चुनाव प्रचार देखने को नहीं मिल रहा। गढ़ रोड स्थित राधा गोविंद मंडप में भाजपा का महिला सम्मेलन आयोजित हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इस सम्मेलन में मुख्य वक्ता थीं। मंच और पंडाल में रालोद की उपस्थिति नहीं दिखी। बताया जा रहा है कि कंकरखेड़ा से रालोद महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारी ज्योति शर्मा कई महिलाओं के साथ कार्यक्रम में पहुंची थीं, पर उन्हें कार्यक्रम में प्रवेश नहीं करने दिया गया। कहा गया कि आप रालोद का पट्टा और टोपी पहन कर नहीं आ सकती हैं। आपको भाजपा का पट्टा और टोपी पहननी होगी। ऐसे में यही कहा जा सकता है कि शीर्ष नेतृत्व कुछ भी कहे, निचले स्तर पर आपस में टशन जारी है।
गेहूं के खेत में नेतागीरी
घोसी लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार अरविंद राजभर के पिता और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसकी चर्चा खूब हो रही है। यह वीडियो ओमप्रकाश राजभर का खेत में गेहूं की कटाई करते हुए है। दरअसल, राजभर घोसी लोकसभा क्षेत्र में अपने बेटे का प्रचार कर रहे हैं। जब वो मुहम्मदपुर में पहुंचे तो देखा कि वहां लोग गेहूं की कटाई कर रहे हैं तो उन्होंने अपना काफिला रुकवा लिया और एक खेत में पहुंच गए। इसके बाद राजभर हंसिया लेकर गेहूं की कटाई करने लगे। वीडियो में राजभर यह भी कह रहे हैं कि मैंने यह सब काम करके छोड़ भी दिया है। वीडियो देखकर लोग अब यही कह रहे हैं कि ओमप्रकाश राजभर की यह नई नौटंकी है, क्योंकि वह अब तो नेता बन गए हैं। वोट बटोरने और चर्चा में बने रहने के लिए राजभर का यह नया हथकंडा है। यदि नेतागीरी में मन नहीं लग रहा है तो खेती ही करनी चाहिए, लेकिन नेतागीरी का चस्का छूटना ओमप्रकाश राजभर के लिए मुश्किल है।