मुख्यपृष्ठस्तंभझांकी : ये चुप्पी...!

झांकी : ये चुप्पी…!

अजय भट्टाचार्य

आम आदमी पार्टी (आप) का नेतृत्व शराब घोटाले में पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से पंजाब से अपने सात राज्यसभा सांसदों में से पांच की चुप्पी से हैरान है। उन्होंने अब तक गिरफ्तारी की निंदा में एक शब्द भी नहीं कहा है और न ही किसी तरह से यह प्रदर्शित किया है कि संकट की इस घड़ी में वे पार्टी के साथ खड़े हैं। राघव चड्ढा और संदीप पाठक को छोड़कर, पार्टी सांसद हरभजन सिंह, अशोक कुमार मित्तल, संजीव अरोड़ा, बलबीर सिंह सीचेवाल और विक्रमजीत सिंह साहनी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ कुछ नहीं बोला है। पार्टी लाइन को धता बताते हुए उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर प्रोफाइल पिक्चर भी नहीं बदली है। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से, आप नेताओं ने अपनी प्रोफाइल तस्वीरों में जेल में बंद केजरीवाल की तस्वीर लगा दी है और नारा दिया है, `मोदी का सबसे बड़ा डर, केजरीवाल’। इनमें से किसी ने भी भाजपा के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है या पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को अपना समर्थन नहीं दिया है। बलबीर सिंह सीचेवाल ने राज्यसभा सदस्यता के प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले पार्टी नेतृत्व को स्पष्ट कर दिया था कि वह पार्टी के राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग नहीं लेंगे। इसी तरह व्यवसायी और समाजसेवी विक्रमजीत साहनी ने एक पोस्ट में कहा है कि वह गैर-राजनीतिक हैं और राजनीतिक रेखाओं से ऊपर उठकर सिखों, युवाओं, पंजाब और पंजाबियत से संबंधित मुद्दों को उठाते हैं।

पगड़ी का पंगा
गुजरात में परषोत्तम रूपाला के बयान से बैकफुट पर आई भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। परसोत्तम रूपाला का क्षत्रिय समाज विरोध कर रहा है। इसी क्रम में गुजरात पुलिस द्वारा क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत की पगड़ी उतारने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने शेखावत को हिरासत में लिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला के बयान के खिलाफ गांधीनगर के भाजपा मुख्यालय का घेराव करने की घोषणा की थी। जब वे गांधीनगर एयरपोर्ट पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पहले राज शेखावत को नजरबंद रखा गया और बाद में उन्हें हिरासत में ले लिया गया। हिरासत के दौरान पुलिस और राज शेखावत के बीच जमकर नोकझोंक हुई। जब पुलिस वैन में राज शेखावत को बैठाया जा रहा था, तब उनकी पगड़ी उतार दी गई। इस पर शेखावत ने गुस्से में कहा कि पगड़ी मत छूना। इसे लेकर वीडियो भी सामने आया है। शेखावत की पगड़ी उतारने से राजपूत समाज और बिफर गया है।

निर्दलीय के समर्थन में राजद विधायक
बिहार की नवादा लोकसभा सीट पर राजद के दो मौजूदा विधायकों ने पार्टी के अपने उम्मीदवार श्रवण कुशवाहा के बजाय निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव को अपना समर्थन दे दिया। राजद ने मामले को गंभीरता से लिया है और दोनों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रही है। राजद की राज्य इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने स्थिति से निपटने के लिए पार्टी के पूर्व विधायक शक्ति यादव को नवादा में पर्यवेक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किया है। रजौली विधायक प्रकाश वीर और नवादा विधायक विभा देवी एक स्थानीय बाहुबली के भाई राजवल्लभ विनोद यादव के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। देवी राजबल्लव यादव की पत्नी हैं, जो वर्तमान में नाबालिग से बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। वीर और देवी को खुले तौर पर विनोद यादव के साथ मंच साझा करते देखा गया है। लेकिन दोनों ने कुशवाहा के चुनाव प्रचार में भाग नहीं लिया है। जब विनोद यादव ने २८ मार्च को एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया, तो उन्होंने घोषणा की कि वह `नवादा के लोगों के आह्वान’ के जवाब में चुनाव लड़ रहे हैं और इस बात पर जोर दिया कि नवादा आगामी चुनाव में इतिहास रचेगा। २००८ के परिसीमन के बाद सामान्य सीट में तब्दील नवादा में तीनों (२००९, २०१४ व २०१९) लोकसभा चुनाव राजग ने जीते हैं। इनमें दो बार भाजपा और एक बार लोजपा ने जीत हासिल की है। नवादा में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं- रजौली, हिसुवा, नवादा, गोविंदपुर और वारिसलीगंज। यहां तक कि गोविंदपुर विधायक मोहम्मद कामरान को भी राजद उम्मीदवार के लिए प्रचार करते नहीं देखा गया है। उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार के साथ मंच साझा करते भी नहीं देखा गया है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

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