तीनों दल दबाव की खेल रहे राजनीति
सामना संवाददाता / मुंबई
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महायुति में नासिक लोकसभा सीट अजीत पवार गुट को मिलेगी, जबकि ठाणे लोकसभा सीट भाजपा ने मांगी है इसलिए शिंदे गुट इस बात से नाराज है कि भाजपा और अजीत पवार गुट ने लोकसभा में उसके दो अहम सांसदों की सीटों की मांग की है। इस वजह से महायुति में रार मची हुई है और उनके बीच सीट बंटवारा अभी तक पूरा नहीं हो सका है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि महायुति में शामिल तीनों घटक दल एक-दूसरे के खिलाफ दबाव की राजनीति खेल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अभी तक महायुति में सीटों के बंटवारे की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है। महायुति में अभी भी ठाणे, नासिक और सातारा सीटों पर एक-दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिशें हो रही हैं। भाजपा ने मांग की है कि उन्हें एकनाथ शिंदे की ठाणे सीट दी जाए, जबकि अजीत पवार की राकांपा ने नासिक की सीट देने की मांग की है। ये दोनों महत्वपूर्ण सीटें फिलहाल शिंदे गुट के पास हैं इसलिए इस गुट ने इन दोनों सीटों पर अपना दावा छोड़ने से इनकार कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा के बाद इस बात पर सहमति बनी कि नासिक की सीट अजीत पवार गुट को दी जाएगी। ऐसी संभावना है कि छगन भुजबल नासिक में अजीत पवार गुट की ओर से उम्मीदवार होंगे। हालांकि, अमित शाह से मुलाकात के करीब पंद्रह दिन बाद भी इस संबंध में कोई पैâसला नहीं लिया गया है।
अजीत पवार गुट में नाराजगी
ठाणे से शिंदे गुट के पदाधिकारियों ने दबाव के आगे न झुकते हुए ठाणे सीट भाजपा को देने से इनकार कर दिया है। इसी तरह अजीत पवार गुट सातारा सीट भाजपा के लिए छोड़ने को तैयार दिख रहा है, लेकिन इसके बदले में नासिक लोकसभा सीट की मांग की गई है। हालांकि, नासिक सीट पर आश्वस्त होने के बाद भी उम्मीदवार घोषित करने की इजाजत नहीं मिलने पर अजीत पवार गुट ने नाराजगी जताई है।
…तो सतारा में प्रत्याशी अजीत पवार गुट का होगा
अजीत पवार गुट का कहना है कि यदि आश्वासन के बाद भी नासिक सीट उपलब्ध नहीं होती है तो हमारे पास सातारा लोकसभा क्षेत्र के लिए इच्छुक उम्मीदवार हैं। हम इस सीट से सातारा जिला सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष नितिन पाटील की उम्मीदवारी की घोषणा करेंगे।