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संपादकीय : मूर्ख बनाने की दुकान

विपक्ष जनता को मूर्ख बना रहा है, ऐसा मजाकिया बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में दिया। होशियारी के संदर्भ में मोदी कभी चर्चित नहीं रहे। लेकिन अब चुनाव का मौसम होने से मोदी की बयानबाजी भी चरम पर पहुंच गई है। मोदी सरकार ने १० वर्षों तक देश और जनता को मूर्ख बनाया, इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन विरोधी जनता को मूर्ख बना रहे हैं, ऐसा पटाखा मोदी ने फोड़ा है। मोदी प्रचार के लिए तमिलनाडु के वेल्लोर और मेट्टूपालयम में गए। वहां उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है, तो द्रमुक और कांग्रेस भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए एकजुट हैं।’ मोदी का यह बयान सुनकर जनता को निश्चित ही पता चल जाएगा कि मूर्ख कौन बना रहा है। देशभर के सभी भ्रष्टाचारी, व्यभिचारियों को मोदी ने भाजपा में लिया। उनमें से कई बड़े भ्रष्टाचारियों पर खुद मोदी ने हमले किए थे। इन सभी को भाजपा में प्रवेश देकर मोदी ने इन्हें जेल में जाने से बचाया है। अजीत पवार आदि लोगों को जेल में भेजकर चक्की पिसवाने का निर्णय देवेंद्र फडणवीस ने लिया था। वो पवार आज फडणवीस के टेबल पर बैठकर सत्ते के पत्ते पीस रहे हैं। महाराष्ट्र का प्रत्येक भ्रष्टाचारी भाजपा में है और मोदी उन सभी को अभय दे रहे हैं। इसलिए भ्रष्टाचारियों को कौन बचा रहा है यह साफ हो चुका है। चुनावी बॉन्ड का मामला सीधा वसूली और रिश्वतखोरी का मामला है। भाजपा के खाते में वसूली के जरिए १० से १५ हजार करोड़ जमा किए जाते हैं और मोदी महाराष्ट्र में आकर राम का कीर्तन करते हैं। यह मूर्ख बनाने का ही धंधा है। मोदी कहते हैं, कांग्रेस ने ‘एक देश, एक कानून’ होने नहीं दिया और उसमें डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को भारत रत्न पुरस्कार से अनेक वर्षों तक वंचित रखा। मोदी को निरर्थक कथा सुनाने में काफी रुचि है। कश्मीर घाटी से धारा ३७० हटाने का पराक्रम मोदी सरकार ने किया। उस संदर्भ में उनकी तारीफ होनी चाहिए, लेकिन धारा ३७० हटाने के बाद भी भारत का संविधान सही रूप से लागू हुआ क्या? यह प्रश्न है। कश्मीर में आज भी सैनिक राज है। पांच सालों से वहां विधानसभा चुनाव नहीं हुआ। फिर धारा ३७० हटाकर क्या किया? कश्मीर में लोगों को रोजगार नहीं, सुरक्षा नहीं। भारतीय संविधान होने पर नौकरी उपलब्ध होगी, ऐसा ‘मोदी वचन’ मोदी ने दिया था, उसका क्या हुआ? कश्मीर के हिस्से लद्दाख में चीनी सेना ने सीधे घुसपैठ की है, ऐसा सोनम वांगचुक ने खुलासा किया है। लद्दाख में अशांति के चलते वहां की जनता सड़क पर उतर गई है और भारतीय संविधान कश्मीर घाटी में खतरे में आ गया है। हजारों कश्मीरी पंडित आज भी शरणार्थी शिविर में रहते हैं। धारा ३७० हटाकर भारतीय संविधान लागू करने का फायदा कश्मीरी पंडितों को नहीं मिल सका। तो कौन-सी भारतीय संविधान की बात मोदी प्रचार सभा में बोल रहे हैं? मणिपुर में भारतीय संविधान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है और संविधान की रक्षा के लिए मणिपुर में जाने का साहस मोदी नहीं दिखा सके इसलिए भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब के संविधान को मोदी के नाम पर आंसू आ रहा है। डॉ. आंबेडकर को किसी भी पद और खिताब की जरूरत नहीं है। उनके बड़प्पन को विश्व ने स्वीकार किया है। ‘भारत रत्न’ की मोदी सरकार ने कितनी अप्रतिष्ठा की है कि आज डॉ. आंबेडकर होते तो वे ‘भारत रत्न’ सम्मान पत्र को मरोड़ कर मोदी के मुंह पर फेंक दिए होते। किसी जाति और धर्म का वोट पाने के लिए मोदी सरकार ने ‘भारत रत्न’ को मन मुताबिक बांटा है। मोदी ने इस प्रकार से सभी पद-प्रतिष्ठान व संस्थाओं की अवमानना की है और उस सब का ठीकरा ये साहब विरोधियों पर फोड़ रहे हैं। मोदी अगर फिर से सत्ता में आए तो यह चुनाव आखिरी साबित होगा। मोदी देश के संविधान को खत्म करेंगे और रशिया के पुतिन की तरह राज्य करेंगे, यह डर है। मोदी की पार्टी में भ्रष्टाचारी, गुंडों की फौज है। इसलिए इनकी आर्थिक ताकत ज्यादा है। इस दम पर ये विरोधियों को सूली पर लटकाएंगे, यह अब स्पष्ट दिख रहा है। जनता का समर्थन प्राप्त दो मौजूदा मुख्यमंत्रियों को उन्होंने जेल में डाल दिया; लेकिन अजीत पवार, हिमंत बिस्वा सरमा, हसन मुश्रीफ आदि भ्रष्टाचारियों को भाजपा में प्रवेश देकर सत्ता में बैठाया। मोदी का यह कामकाज संविधान विरोधी है और फिर वे महाराष्ट्र में आकर नैतिकता और सिद्धांत के गप्पे मारते हैं। यह मूर्ख बनाने का धंधा है और मोदी यह धंधा जोर-शोर में चला रहे हैं। जाति प्रमाणपत्र का घोटाला करनेवाली नवनीत राणा को भाजपा में प्रवेश करते ही उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल जाती है और ऐसे ही मामले में रामटेक की कांग्रेस उम्मीदवार रश्मि बर्वे की उम्मीदवारी रद्द की जाती है। एक अपराध व दो न्याय ये मोदी के राज में ही हो सकता है। इसलिए ‘एक संविधान, एक कानून, एक देश’ ये भाषा मोदी के मुंह से शोभा नहीं देती। मोदी ने प्रधानमंत्री पद का अपमान किया है। लोगों को १० वर्षों तक मूर्ख बनाया। अमीरों को और अमीर बनाकर गरीबों को सिर्फ सपने दिखाए। इस मूर्ख बनाने की दुकान को लोगों ने ही बंद करने का पैâसला किया है।

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