वाहनों के मूल दस्तावेज हो गए गायब
क्लर्क को कारण बताओ नोटिस जारी
सामना संवाददाता/ मुंबई
मुंबई की सड़कों पर १०० से अधिक ‘शैतान’ घूम रहे हैं। असल में शैतान के रूप में दौड़नेवाले ये बड़े वाहन बस और ट्रक हैं। इन्हें ‘शैतान’ इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इनका रजिस्ट्रेशन जाली दस्तावेजों के आधार पर किया गया है। ऐसे में अगर ये ‘शैतान’ सड़क पर एक्सीडेंट आदि करेंगे तो जाली दस्तावेजों के कारण इनके असली मालिक तक पहुंचना मुश्किल होगा और यह सब हुआ है अंधेरी आरटीओ में चल रही अंधेरगर्दी के कारण।
बता दें कि देश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अधीन परिवहन विभाग में एक नया घोटाला सामने आया है।
यह पता चला है कि दूसरे राज्य से एनओसी के साथ जाली दस्तावेजों के आधार पर अंधेरी आरटीओ में १०० से अधिक बसें और अन्य वाहन रजिस्टर्ड किए गए हैं। इनमें से अधिकांश वाहनों के मूल दस्तावेज गायब हैं और वे वाहन रजिस्ट्रेशन के लिए उपयोग किए जानेवाले कंप्यूटरीकृत सिस्टम ‘वाहन’ (एप और वेबसाइट) पर भी उपलब्ध नहीं हैं। इससे पहले वाशी आरटीओ ने कुछ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पांच-छह रजिस्टर्ड बसों को जब्त कर लिया था और सानपाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद परिवहन विभाग की जांच में पता चला कि राज्य के बाहर की करीब ६० बसें और ट्रक वसई आरटीओ में फर्जी तरीके से रजिस्टर थे। इस संबंध में विरार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। इन दोनों मामलों की पुलिस जांच कर रही है और इससे पहले कि कोई ठोस कार्रवाई होती, अंधेरी आरटीओ में बड़ा घोटाला सामने आ गया है। मिली जानकारी के अनुसार ‘अंधेरी आरटीओ’ में दूसरे राज्यों से करीब १२५ बसें और ट्रक एनओसी के साथ पंजीकृत किए गए हैं। ये वाहन महाराष्ट्र के अन्य आरटीओ में भी रजिस्टर्ड हैं। आरटीओ सूत्रों के मुताबिक, आरटीओ अधिकारियों ने अंधेरी आरटीओ में कार्यरत क्लर्क को इस संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उसका जवाब मिलने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। माना जा रहा है कि आरटीओ प्रशासन की जांच में पता चला है कि इनमें से एक क्लर्क ने ८० से ज्यादा बसों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन किया था। अंधेरी आरटीओ के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी का पद कई वर्षों से खाली है और केवल उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी पल्लवी कोठावड़े ही यहां कार्यरत हैं। लेकिन बोरीवली उपक्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अशोक पवार पर अंधेरी में रिक्त पद का अतिरिक्त भार है। इस बीच पल्लवी कोठावड़े ने बताया, ‘इस संबंध में उपक्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अशोक पवार से बात करनी चाहिए, मेरा इस मामले में बात करना उचित नहीं है।’ अशोक पवार से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन अपर परिवहन आयुक्त जे. बी. पाटील ने स्वीकार किया कि ४ क्लर्कों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। उन्होंने अन्य विवरण देने से इनकार करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।