सामना संवाददाता / नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक साथ एक मंच पर नजर आए। दोनों ने एक स्वर में यलगार करते हुए कहा कि इस बार यूपी में गाजियाबाद से लेकर गाजीपुर तक भाजपा साफ हो जाएगी।
मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने अपने मेनिफेस्टो का जिक्र करते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी और अखिलेश यादव करीब सात साल बाद चुनावी मंच पर साथ दिखे हैं। इस मौके पर कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, बागपत के ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी पंडित अमरपाल शर्मा, सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर मौजूद थे। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘मैं रामनवमी के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मुझे खुशी है आज हम मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। यूपी में गाजियाबाद से लेकर गाजीपुर तक भाजपा का सफाया होने जा रहा है। भाजपा के शासन में न किसान की आय दोगुनी हुई और न युवाओं को रोजगार मिला। चुनावी बॉन्ड ने इनका बैंड बजा दिया। भाजपा सभी भ्रष्टाचार का गोदाम बन गई है। वह न केवल भ्रष्टाचारियों को अपनी पार्टी में ले रहे हैं, बल्कि उनके द्वारा अर्जित धन को भी अपने पास रख रहे हैं।’ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। बेरोजगारी और महंगाई दो सबसे बड़े मुद्दे हैं, लेकिन भाजपा ध्यान भटकाने में लगी है। राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बार एनडीए १५० सीटों पर सिमटकर रह जाएगी। अखिलेश यादव ने कहा कि वो २०१४ में आए थे और २०२४ में जाएंगे और इस बार विदाई भी बैंड बाजे के साथ होगी।
सबसे बड़ी जबरन वसूली योजना
राहुल गांधी ने कहा कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एएनआई को एक बहुत लंबा इंटरव्यू दिया, जो स्क्रिप्टेड था। प्रधानमंत्री ने इसमें चुनावी बॉन्ड को समझाने की कोशिश की। वे कहते हैं कि चुनावी बॉन्ड की व्यवस्था पारदर्शिता के लिए, राजनीति को साफ करने के लिए लाया गया। अगर ये सच है तो सुप्रीम कोर्ट ने उस व्यवस्था को क्यों रद्द कर दिया और दूसरी बात अगर आप पारदर्शिता लाना चाहते थे तो आपने भाजपा को पैसा देने वालों के नाम क्यों छुपाए? यह दुनिया की सबसे बड़ी जबरन वसूली योजना है।’