मुख्यपृष्ठनए समाचारसिटीजन रिपोर्टर : लोगों को जरूरी सुविधा देने में अंंबरनाथ नगरपालिका फेल

सिटीजन रिपोर्टर : लोगों को जरूरी सुविधा देने में अंंबरनाथ नगरपालिका फेल

अंबरनाथ

अंंबरनाथ नगरपालिका एक सक्षम नगरपालिका है। यहां दो-दो औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद विकास के नाम पर ये पीछे है। अंंबरनाथ में गंदगी और बदबू चरम पर है। वायु प्रदूषण भी काफी है, जिसकी रोकथाम में प्रशासन फेल है। ऐतिहासिक और धार्मिक क्षेत्र होने के बावजूद यहां की स्थिति बेहद नारकीय है। यहां की स्थितियों से जाहिर होता है कि प्रशासक के अंतर्गत काम करनेवाले उनकी नहीं सुनते हैं। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर प्रशांत भगवान उत्तेकर ने इस बात का खुलासा किया है।
प्रशांत भगवान उत्तेकर का कहना है कि अंबरनाथ के प्राचीन शिवमंदिर पर आज शहर के ४० से ५० प्रतिशत अंबरनाथकर अपने परिजनों की दशक्रिया विधि अंबरनाथ शहर को मिले तीर्थक्षेत्र शिवमंदिर पर ही करते हैं, परंतु दु:ख और संतप्त अंबरनाथ का नागरिक जब क्रिया-कर्म के लिए नपा प्रशासन की तरफ से बनाए गए स्थल पर पहुंचता है तो प्रयुक्त जगह पर पानी तक नहीं रहता है। कर्मकांड की जगह पर पानी न मिलने के कारण घर से पानी लाना पड़ता है। कर्मकांड स्थल की सफाई स्वयं करनी पड़ती है। लोग वर्ष भर यहां पर कर्मकांड करते हैं। लोगों को बरसात और गर्मी में भी कर्मकांड करना पड़ता है। बरसात में घर से तालपत्री लानी पड़ती है। प्रशासन ने कपड़ा बदलने के लिए एक रूम बनाया है, जिसमें न तो लाइट है और न ही दरवाजा। कपड़े का चेंजिंग रूम कुत्तों का घर बन जाता है। नपा प्रशासन को चाहिए कि वो इसके लिए एक शेड बनाने के साथ ही सुरक्षा बाउंड्री बनवा दे। इसके साथ ही प्रतिदिन यहां साफ-सफाई करवाए। यहां पर एक कुआं है, जिसकी सफाई करवाकर वहां पंप लगवा दे अथवा पीने के पानी की व्यवस्था करवाए। इसके लिए टंकी लगवाने की जरूरत है। लोगों को शांति कर्मकांड करने से पहले नहाना पड़ता है। पानी के अभाव में इस क्रिया को करना बेहद कठिनाई पूर्ण हो जाता है। लोग सुकून से अपनों के लिए शांति कार्य नहीं कर पाते। अंबरनाथ मंदिर परिसर में हर साल बड़े-बड़े धार्मिक कार्य होते हैं। बड़े-बड़े राजनीतिज्ञ लोगों के अलावा हजारों लोग आते हैं। नपा के तमाम अधिकारी आते हैं। क्या ऐसे लोगों को शहर के लोगों की यह समस्या नहीं दिखाई देती? अंबरनाथ के लोगों के हित के लिए अंबरनाथ नपा प्रशासन मंदिर परिसर में बनाए गए उक्त कर्मकांड की जगह पर पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाए। इस कार्य में शहर के राजनीतिज्ञ, सामाजिक संगठन को भी पहल करने की जरूरत है।

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