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बिहार में लोकसभा के पहले चरण की चार सीटों पर मतदान निर्विघ्न संपन्न… पूर्व मुख्यमंत्री सहित राजग की प्रतिष्ठा दांव पर

अनिल मिश्र / पटना

बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की चार लोकसभा क्षेत्र का मतदान आज बिना किसी अप्रिय घटना के साथ संपन्न हो गए। वर्षों बाद इस तरह के शांतिपूर्ण मतदान इस बार देखने को आम लोगों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन एवम मतदानकर्मी को मिला। इन सभी चरों लोकसभा क्षेत्र वर्षों से उग्रवाद प्रभावित रहे हैं। इन चार लोकसभा क्षेत्र में 48.23 प्रतिशत मदतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चार संसदीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में 49.23 वोट डाले गए, जबकि सबसे कम नवादा में 40.02 वोट पड़े। वहीं गया में 48.54 प्रतिशत और जमुई में 47.02 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का इस्तेमाल किए।
चार लोकसभा क्षेत्र में 24 विधान सभा क्षेत्र आते हैं, जिनमें 15 नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं, वहीं 9 विधान सभा संवेदनशील क्षेत्र माने जाते हैं। इस चुनाव में 55 हजार पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती किए गए थे, जिसमें 40 हजार हथियारबंद जवान के साथ साथ सैटेलाइट फोन और बम निरोधक दस्ता भी शामिल किए गए थे। नक्सली हिंसा और लैंड़ माइन्स को ध्यान में रखते हुए पुलिस के जवानों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान केंद्र तक पहुंचाया गया था। साथ हीं वापस हेलीकॉप्टर से लाया जा रहा है, ताकि किसी भी तरह के अप्रिय घटना घटित न हो। नवादा के बूथ नंबर 234 से एक सिपाही की एसएलआर राइफल और बीस गोलियां चोरी हो जाने के कारण उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं गया में बूथ नंबर 190 पर लंच के कारण मतदान अधिकारियों ने लगभग आधे घंटे तक मतदान रोक दिया।
जिसके कारण लाईन में खड़े मतदाताओं में काफी नाराजगी देखने को मिली, लेकिन कुछ ही देर में जिला प्रशासन द्वारा हस्ताक्षेप के बाद मतदान सुचारू रूप से प्रारंभ हो गए। वहीं औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के कोंच प्रखंड के धनछुहा गांव में भाजपा के वर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह द्वारा पिछले पंद्रह साल से आश्वासन के बावजूद सड़क नहीं बनने के कारण वोट वहिष्कार किया गया, जबकि औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के ही नगर
प्रखंड के नेहुटा गांव में मात्र तीन लोगों ने ही वोट ड़ाले, जबकि वहां एक हजार के करीब मतदाता हैं। इसकी सूचना मिलते ही औरंगाबाद के डीएम एवं उस गांव में पहुंचकर मतदाताओं से वोट डालने को कहा, लेकिन मतदाता नहीं माने। अपनी बुनियादी सुविधाओं के लिए वोट वहिष्कार किए, जबकि जमुई में एक नव विवाहिता लड़की ने मायके से विदाई होने से पहले और ससुराल जाने के पूर्व अपने पति को मतदान केंद्र पर साथ ले जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं गया जिले के मोहनपुर प्रखंड के विजय यादव ने नवादा के कादिरगंज में शादी कर दुल्हन को साथ लेकर वोट देने के करण फटाफट मतदान की अवधि समाप्त होने से पहले वोट देकर लोकतंत्र के इस महापर्व को मजबूत किया। आज सुबह सात बजे से पहले ही इन सभी मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए लोगों की काफी भीड़ इस चिलचिलाती धूप और लू के साथ साथ भीष्ण गर्मी में लोगों के उत्साह देखने को मिले।
इन सभी चारों जिलों में लगभग 40 डिग्री तापमान आज दर्ज किए गए, लेकिन मतदाताओं के जोश कम नहीं हुआ। आज गया लोकसभा सुरक्षित क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत ने अपनी पत्नी के साथ टोटो में बैठकर बोधगया में अपना मत ईवीएम में बटन दबाकर किए, वहीं गया से नगर विधायक एवं बिहार के सहकारिता मंत्री डाॅ. प्रेम कुमार ने साइकिल से चलकर अपनी पत्नी के साथ मत देकर लोकतंत्र के इस महापर्व को मजबूत किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार एच आर श्री निवास ने बताया कि 2019 की तुलना में इस बार मात्र 5 प्रतिशत वोट कम पड़े, लेकिन किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी ये बहुत बड़ी बात है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पोलिंग के दौरान 21 बैलेट यूनिट खराब हुए, जिसे बाद में बदल दिए गए। इन सभी चार लोकसभा क्षेत्र में तीन बार प्रधान मंत्री चुनावी सभा को संबोधित कर चुके हैं, वहीं भाजपा के फायर ब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ ने राजग समर्थित औरंगाबाद से भाजपा के सुशील कुमार सिंह, नवादा से भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के जाने माने चिकित्सक डाॅ. सीपी ठाकुर के लड़के विवेक ठाकुर वहीं बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री एवम हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी को गया से, जबकि लोक जन शक्ति पार्टी के संस्थापक स्व.रामविलास पासवान के दामाद और चिराग पासवान के बहनोई जमुई से विजयी बनाने के लिए सभा को संबोधित किए हैं।
वहीं राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्य मंत्री तेजस्वी यादव के साथ-साथ वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी लगभग सभी विधान सभा क्षेत्र में अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांगकर पिछले दस साल से सता में काबिज नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेकने का आह्वान किया है। लेकिन चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जमुई के एक तेजस्वी की सभा में समर्थक द्वारा चिराग पासवान के मां के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने और गाली देने का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन द्वारा भूनाने की कोशिश किए गए हैं। हालांकि, चुनाव आयोग तक इसकी शिकायत किया गया है। अब 4 जून को ही मतगणना के दिन पता चलेगा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन जीतती है या तेजस्वी का तेज बिहार में कारगर सिद्ध होगी।

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