विक्रम सिंह / सुलतानपुर
बीजेपी प्रत्याशी व सिटिंग सांसद मेनका गांधी के खिलाफ सुलतानपुर सीट पर पहली बार जीत दर्ज करने को आतुर समाजवादी पार्टी के लिए नई मुसीबत आन पड़ी है। करीब माह भर पूर्व जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए उसने निषाद समुदाय से उम्मीदवार उतारने का फैसला किया। बता दें कि करीब एक लाख बीस हजार निषाद वोट सुलतानपुर में निर्णायक भूमिका में हैं। ऐसे में पहले सपा ने एकलव्य सेना प्रमुख आंबेडकर नगर निवासी भीम निषाद को टिकट दिया, लेकिन माह बीतते-बीतते उनकी जगह सपा मुखिया ने यूपी सरकार में मंत्री रह चुके राम भुआल निषाद को सुलतानपुर से अपना नया प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके बावजूद भीम निषाद खुद को पार्टी का प्रत्याशी ही मानकर चल रहे हैं। अभी भी वे लगातार धुआंधार प्रचार में जुटे हुए हैं और मानने को ही नहीं तैयार। जनता से कह रहे हैं पार्टी फिर निर्णय बदलेगी, चुनाव तो मैं ही लड़ूंगा मेनका के खिलाफ। फिलहाल, छठें चरण में यहां 25 मई को चुनाव होने हैं, जिसके लिए पर्चा दाखिला 29 अप्रैल से होगा, तभी स्थिति साफ होने की उम्मीद है।
बता दें कि सुलतानपुर सीट पर पिछले दो चुनावों से भाजपा का कब्जा है। २०१४ में वरुण गांधी व २०१९ में मेनका गांधी यहां से सांसद चुनी गईं। एक बार फिर भाजपा ने मेनका को ही मैदान में उतारा है। जहां तक सपा का सवाल है वो तीन बार रनर तो रही, लेकिन कभी भी इस सीट पर जीत नहीं हासिल कर सकी। संप्रति ये सीट इंडिया गठबंधन से सपा के खाते में है। पार्टी हाईकमान ने गत मार्च माह में पड़ोसी जिले के सपा नेता व एकलव्य सेना के प्रमुख भीम निषाद को प्रत्याशी बनाया। वे माह भर से प्रचार में लगे हुए थे, लेकिन संगठन के स्थानीय नेताओं से अन्तर्विरोध की वजह से बराबर हाईकमान तक शिकायतें पहुंचती रहीं। बताया जाता है कि इसी कारण सपा मुखिया ने प्रत्याशी बदलने का फैसला कर लिया और गत मंगलवार भीम की जगह गोरखपुर क्षेत्र के निवासी पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद को मैदान में उतार दिया। अभी राम भुआल ने सुलतानपुर में कदम भी नहीं रखा था कि भीम समर्थकों ने उनका पुतला फूंक पार्टी के फैसले का विरोध शुरू कर दिया। भीम ने भी ये कहकर कि हाईकमान ने चापलूस व स्वार्थी नेताओं की बातों में आकर ये फैसला लिया है। अंततः पार्टी मुझे ही लड़ाएगी, निर्णय बदलेगी। मैं साल भर से सुलतानपुर में फील्ड तैयार कर रहा हूँ। उधर रामभुआल भी बुधवार को सुलतानपुर आ पहुंचे। उन्होंने भी प्रचार शुरू कर दिया है। बाकायदा स्थानीय बड़े नेताओं को लेकर प्रेस क्रांफ्रेंस के साथ क्षेत्र में उनका चुनाव प्रचार प्रारंभ हो चुका है। अब क्षेत्र में अजीबोग़रीब हाल है। सपा के बैनर पर दो-दो प्रत्याशी जनता से अपने लिए समर्थन मांगते घूम रहे हैं। वोटर दिग्भ्रमित हैं।