सामना संवाददाता / मुंबई
ठाणे लोकसभा सीट महायुति और महाविकास आघाड़ी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन चुकी है। हालांकि महायुति की तरफ से अब तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं हो पाई है। जबकि आघाड़ी की तरफ से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की ओर से राजन विचारे को उम्मीदवार बनाया गया है। आघाड़ी के उम्मीदवार राजन विचारे के नवरात्रि उत्सव में भाजपा विधायक संजय केलकर की उपस्थिति से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का टेंशन बढ़ गया है। वहीं महायुति के अन्य नेताओं की भौंहे चढ़ गई हैं। शिवसेना सांसद राजन विचारे ने इस महोत्सव में संजय केलकर का जोरदार स्वागत किया और इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर आते ही राजनीतिक गलियारे में तरह- तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस बीच, विधायक केलकर ने स्पष्ट किया कि वह पिछले २५ वर्षों से टेंभी नाका और विचारे के नवरात्रि उत्सव में शामिल होते रहे हैं और देवी की पूजा करते हैं। इसमें राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि महाविकास आघाड़ी ने ठाणे लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की तरफ से सांसद राजन विचारे को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि इस सीट पर भाजपा और शिंदे गुट ने दावा ठोंका है। यही कारण है कि अभी तक महायुति में सीट बंटवारे पर निर्णय नहीं हो पाया है। जिसके चलते उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। बीजेपी की ओर से ठाणे लोकसभा सीट से पूर्व सांसद संजीव नाईक और विधायक संजय केलकर का नाम सबसे आगे चल रहा है। वहीं शिंदे गुट से पूर्व महापौर नरेश म्हस्के, पूर्व विधायक रवींद्र फाटक और विधायक प्रताप सरनाईक के नाम चर्चा में है।
सरनाईक ने मांगी अपने अपराधों की लिस्ट
ठाणे लोकसभा चुनाव प्रताप सरनाईक लड़ना चाहते हैं, इस चर्चा को इसलिए बल मिला है, क्योंकि सरनाईक ने ठाणे, मीरा-भायंदर और नई मुंबई पुलिस को पत्र भेजकर अपने खिलाफ दर्ज अपराधों के बारे में जानकारी मांगी है। यह पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ और शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।