सामना संवाददाता / मुंबई
मौसम विभाग ने सोमवार को भविष्यवाणी की है कि २६ अप्रैल को १३ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में होनेवाली दूसरे चरण की वोटिंग में वोटरों को गर्मी बिल्कुल भी नहीं सताएगी। इसके साथ ही बताया गया है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अब हर चरण के मतदान से पहले गर्मी पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए बाकायदा कार्यबल भी गठित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक ने कल निर्वाचन आयोग को सूचित किया कि इस महीने की २६ तारीख को होनेवाले आम चुनाव के दूसरे चरण में गर्मी की लहर को लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। दूसरे चरण के मतदान वाले १३ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मौसम सामान्य रहने का पूर्वानुमान है। देश के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर के मद्देनजर आयोग ने बदलते मौसम को समझने और आम चुनावों के दौरान चढ़ते पारे के जोखिम को कम करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए कल संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विभाग प्रमुख और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक ने भाग लिया।
बैठक में लिए गए ये फैसले
सोमवार को हुई इस बैठक में फैसला लिया गया कि आवश्यक हुआ तो चुनाव आयोग, आईएमडी, एनडीएमए और स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों का एक कार्यबल मौसम में किसी भी प्रकार के बदलाव और उपायों के लिए वोटिंग के प्रत्येक चरण से पांच दिन पहले गर्मी की लहर और आर्द्रता के प्रभाव की समीक्षा करेगा। गृह मंत्रालय को निर्देश दिया गया कि वह राज्यों में स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक हिदायत दे कि वे चुनाव संचालन को प्रभावित करने वाली लू की स्थिति के लिए तैयारी रखें और सहायता प्रदान करें। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि मतदान केंद्रों पर शामियाना, पीने के पानी, पंखे और अन्य आवश्यक न्यूनतम सुविधाओं आदि सहित पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सीईओ के साथ अलग से समीक्षा की जाए। इसके साथ ही मतदान केंद्र क्षेत्रों में गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए एहतियाती उपायों के लिए जनता के बीच सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियां की जाएंगी।
गर्मी पर बारीकी से रखी जा रही नजर
इसके साथ ही मौसम रिपोर्टों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। पोलिंग बूथकर्मियों सुरक्षा बलों, उम्मीदवारों और मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पहले भी सभी सीईओ को लू के प्रभाव की रोकथाम के संबंध में एक एडवायजरी जारी की गई थी।