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खेल-खिलाड़ी : एलर्ट मोड सनराइजर्स हैदराबाद

संजय कुमार

आईपीएल २०२४ के तहत सनराइजर्स हैदराबाद के विरुद्ध खेले गए अपने ९वें मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर दूसरी जीत दर्ज कर पाई। हैदराबाद ने अब तक ८ में से ५ जबकि बेंगलोर ने ९ में से २ मैच ही जीते हैं। हैदराबाद अंक-तालिका में राजस्थान और कोलकाता के बाद तीसरे नंबर पर है जबकि बेंगलोर एकदम नीचे १०वें नंबर पर। आईपीएल के जारी इस सीजन में बेंगलोर जैसी कमजोर टीम से हार जाने के बाद हैदराबाद की टीम एलर्ट मोड में आते हुई नजर आ रही है। हैदराबाद टीम के कोच डेनियल विटोरी का कहना है कि उनकी टीम को चेपॉक के विकेट पर चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है। चेन्नई में हम वास्तव में एक अच्छी टीम के खिलाफ खेलने जा रहे हैं। हमें यह समझना होगा कि चेपॉक का विकेट अलग हो सकता है और हमें इसे ध्यान में रखते हुए मैदान में उतरना होगा। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ २८ अप्रैल को मैच खेलने वाली सनराइजर्स हैदराबाद के पास ट्रेविस हेड, अभिषेक शर्मा और हेनरिक क्लासेन के रूप में गेंद पर जोरदार प्रहार करने वाले आक्रामक बल्लेबाज हैं। ये बल्लेबाज प्राय: प्रतिद्वंद्वी टीम का हौसला पस्त कर दिया करते हैं, लेकिन गुरुवार को बेंगलोर के खिलाफ खेले गए मैच में ये बल्लेबाज सस्ते में ही निबटा दिए गए। इस वजह से मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ गया और वे सभी दबाव में दब गए। हार के बाद विटोरी ने कहा कि आईपीएल खेल रही कोई भी टीम किसी भी टीम को हरा सकती है। साथ में ये भी कहा कि मैच में हमारी टीम ने असाधाराण गेंदबाजी की मगर बल्लेबाजी के दौरान शुरुआत में ही विकेट्स खो देने के कारण मैच का परिणाम अपने हक में नहीं आया। हमारे ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों के लिए आज अवकाश का दिन था। हम यह भी उम्मीद नहीं कर सकते कि ये बल्लेबाज हर मैच में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। आखिरकार, बेहतरीन खिलाड़ी भी तो कई अवसरों पर असफल हो जाया करते हैं।

बुमराह का दावा बरकरार
आईपीएल २०२४ के तहत सनराइजर्स हैदराबाद के टी नटराजन ने गुरुवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ २ विकेट लिए और इस तरह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले ५ शीर्षस्थ गेंदबाजों की सूची में चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान को पछाड़कर पांचवें स्थान पर पहुंच गए। मुंबई इंडियंस के जसप्रीत बुमराह ने युजवेंद्र चहल और हर्षल पटेल के साथ संयुक्त रूप से आठ पारियों में १३ विकेट लेकर आईपीएल २०२४ में पर्पल वैâप पर कब्जा बरकरार रखा है। युजवेंद्र चहल और हर्षल पटेल ने भी बुमराह के बराबर १३ विकेट लिए हैं, मगर बुमराह का इकोनोमिक रेट इन दो गेंदबाजों की तुलना में बेहतर है। बुमराह का इकोनोमिक रेट ६.३७ है जबकि युजवेंद्र का ८.८३ और और पटेल का ९.५८ है। इतना ही नहीं बुमराह का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन २१ रन देकर ५ विकेट लेना भी है। बुमराह ने यह उपलब्धि मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंग्लोर के विरुद्ध दर्ज की थी। आईपीएल २०२४ में सबसे अधिक विकेट लेने वाले शीर्ष पर चल रहे ५ गेंदबाजों के नाम इस प्रकार हैं- मुंबई इंडियंस के जमप्रीत बुमराह, राजस्थान रॉयल्स के युजवेंद्र चहल, किंग्स इलेवन पंजाब के हर्षल पटेल, दिल्ली वैâपिटल्स के कुलदीप यादव और सनराइजर्स हैदराबाद के टी नटराजन। दोनों कुलदीप और नटराजन १२-१२ विकेट लिए हैं।

रोहित और विराट करें ओपनिंग
भारत के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख सौरव गांगुली चाहते हैं कि जून माह में होने वाले ‘टी२० विश्व कप’ में रोहित शर्मा और विराट कोहली भारत की पारी की शुरुआत करें। गांगुली ने हाल ही में अपनी मंसा जाहिर करते हुए कहा कि इन दोनों बल्लेबाजों को न सिर्फ टीम में रहना चाहिए बल्कि ओपनिंग भी करनी चाहिए। बता दें कि ‘टी२० विश्व कप’ में भाग लेने वाली सभी २० टीमों के लिए अपनी-अपनी टीमों की घोषणा करने की आईसीसी की समय सीमा १ मई है। सूत्रों से खबर है कि शनिवार, २७ अप्रैल को टीम की घोषणा किए जाने की संभावना है। गांगुली के बीसीसीआई प्रमुख के कार्यकाल के दौरान, राहुल द्रविड़ को मुख्य कोच नियुक्त किया गया था और रोहित शर्मा को सभी प्रारूपों में कप्तान के रूप में जिम्मेदारी दी गई थी। गांगुली ने दोनों कप्तान और कोच से टी२० क्रिकेट खेलने के लिए एक साहसिक तरीका अपनाने की उम्मीद जताई। गांगुली ने कहा- मुझे उम्मीद है कि राहुल और रोहित टी२० विश्वकप के दौरान बेहतरीन और प्रभावशाली क्रिकेट खेलने का कोई तरीका ढूंढ लेंगे। इन खिलाड़ियों में छक्का मारने की असाधारण प्रतिभा है।
गांगुली ने याद दिलाते हुए कहा- हमने देखा कि रोहित शर्मा ने ५० ओवर के विश्व कप २०२३ में किस तरह से बल्लेबाजी की। वह पारी की शुरुआत करते और सीधे-सीधे गेंद पर प्रहार करते थे। उनकी इस आक्रामक बल्लेबाजी के चलते शुरुआती ७-८ ओवरों में प्रतिद्वंद्वी टीम पर दबाव बन जाया करता था और हमारे निचले क्रम के बल्लेबाज दबाव मुक्त हो जाया करते थे। टीम इंडिया को ‘टी२० विश्वकप’ में भी इसी रणनीति पर अमल करना चाहिए।

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