सैटेलाइट की ताजा तस्वीरों में हुआ खुलासा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
जब देश में एक कमजोर सरकार होती है तो विदेशी इसका फायदा उठाते हैं। इसीका ताजातरीन उदाहरण हाल ही में देखने को मिला। केंद्र की भाजपा सरकार भले ही देश की सुरक्षा को लेकर दावे कर ले लेकिन उसके सभी दावे समय-समय पर खोखले ही साबित हुए हैं। मोदी की गारंटी का झूठा दावा करनेवाली भाजपा सरकार की एक और नाकामी सामने आई है। दरअसल, सैटेलाइट इमेज से यह खुलासा हुआ है कि चीन मोदी की नाक के नीचे अपनी गंदी चाल चल रहा है और पिछले ९ महीने से सियाचिन के पास सड़क बना रहा है। ड्रैगन ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सियाचिन के पास सड़क निर्माण शुरू कर दिया है। सैटेलाइट की ताजा तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ है। चीन जो सड़क बना रहा है वह कंक्रीट की है। चीन की ओर से यह सड़क अवैध रूप से कब्जाए गए कश्मीर में बनाई जा रही है, जो दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धस्थल सियाचिन के नॉर्थ में बन रही है।
बता दें कि चीन की ओर से पीओके में बनाई जा रही इस सड़क पर अभी तक हिंदुस्थान का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, माना जा रहा है कि भारत चीन की इस हरकत का कड़ा विरोध करेगा। इससे पहले चीन भी लगातार भारत की ओर से एलएसी पर अपनी सीमा के अंदर बन रही सड़क पर आपत्ति जताता रहा है। चीन की ओर से पीओके में किए जा रहे सड़क निर्माण का खुलासा उस वक्त हुआ जब यूरोपियन स्पेस एजेंसी की ओर से सैटेलाइट तस्वीरें जारी की गर्इं। इन तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि चीन की ओर से आघिल पास के पास सड़क का निर्माण शुरू कर दिया गया है।
पिछले साल से हो रही है तैयारी
बताया जा रहा है कि सड़क के लिए एक कच्चा रास्ता पिछले साल जून और अगस्त के बीच तैयार किया गया था और अब हाल ही में दोबारा से आगे का निर्माण फिर से शुरू कर दिया गया है। निर्माणकार्य भारत के ठीक उत्तर में स्थित सियाचिन ग्लेशियर वाले क्षेत्रों में किया जा रहा है।
हाल ही में बदले थे अरुणाचल प्रदेश की कई जगहों के नाम
चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के ३० से ज्यादा जगहों के नाम बदले थे। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट में अरुणाचल प्रदेश जिसको चीन जंगनान कहता है। चीन ने इसके ३० स्थानों की नई सूची जारी की गई थी। भारत ने इसका कड़ा विरोध किया था।